बिहार पोस्टर वारः जदयू ने जारी किया यह नया पोस्टर, 'ठग्स ऑफ बिहार' लिख कहा- जरा याद करो वो कहानी पुरानी
By एस पी सिन्हा | Published: February 12, 2020 08:01 PM2020-02-12T20:01:39+5:302020-02-12T20:01:39+5:30
लालू यादव को लाल रंग के चश्मे में बिल्कुल फिल्मी 'हीरो' वाले अंदाज में पेश किया गया है, लेकिन इसमें उनका किरदार विलेन का बताया गया है. पोस्टर पर फिल्म का रील है और इसमें कई तस्वीरें हैं. इसके जरिए लालू-राबड़ी शासनकाल की कुछ तस्वीरों को दिखाया गया है.
बिहार में राजद और जदयू के बीच जारी पोस्टर वार में अब नया टाइटल- 'ठग्स ऑफ बिहार' जारी हुआ है. राजद के खिलाफ जारी इस पोस्टर में लालू प्रसाद यादव को गॉगल्स लगाए हीरो की तरह दिखाया गया है और पोस्टर में लिखा है-लारा फिल्म प्रेजेंट्स ठग्स ऑफ बिहार. पोस्टर के नीचे लिखा है जरा याद करो वो कहानी पुरानी.
इस तरह से बिहार में जारी सियासी रार में पटना में दोनों पार्टियों द्वारा अपने-अपने पोस्टर लगाए हैं. सत्ताधारी जदयू ने जहां पोस्टर में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को 'ठग्स ऑफ बिहार' बताया तो राजद ने इसके जवाब में कहा कि सरकार शिकारी है. राजधानी पटना के कई चौक-चौराहों पर लगाए गए पोस्टर बरबस ही लोगों का ध्यान खींच रहे हैं.
इसमें लालू यादव को लाल रंग के चश्मे में बिल्कुल फिल्मी 'हीरो' वाले अंदाज में पेश किया गया है, लेकिन इसमें उनका किरदार विलेन का बताया गया है. पोस्टर पर फिल्म का रील है और इसमें कई तस्वीरें हैं. इसके जरिए लालू-राबड़ी शासनकाल की कुछ तस्वीरों को दिखाया गया है.
इस पोस्टर में ये भी दिखाने की कोशिश की गई है कि लालू राज में अपराध चरम पर था और राजद के कार्यकर्ता गुंडागर्दी करते थे. पोस्टर पर सबसे नीचे लिखा गया है 'जरा याद करो वो कहानी पुरानी.' हालांकि ये पोस्टर किसने लगवाये हैं, इसका पता नहीं चल सका है क्योंकि पोस्टर पर किसी का नाम नहीं लिखा है.
वहीं, इस पोस्टर पर जदयू नेताओं का कहना है कि इसमें जिस भावना को दिखाने की कोशिश की गई है वो लालू यादव के शासनकाल का कडवा सच है. 'ठग्स ऑफ हिंदुस्तान' पोस्टर में जो दिखाया गया है, यह उस सिनेमा की ही तरह 1990 से 2005 तक जिस तरह की परेशानी बिहार की जनता ने झेला है, उसी का प्रकटीकरण है.
जदयू के नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि पोस्टर लगाकर वो लोग काम करते हैं जो जनता में जा नहीं सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 38 जिलों का दौरा किया, लोगों की समस्याओं को सुना, पोस्टरवार में हम लोगों को नहीं पड़ना है. उन्होंने कहा कि जदयू की तरफ से पोस्टर नहीं लगाया गया है.
हालांकि इसके जवाब में राजद की ओर से भी पोस्टर जारी कर बिहार में बढते अपराध को दिखाया गया है. पोस्टर पर लिखा है 'लहूलुहान हुआ बिहार, शिकारी है सरकार.' पोस्टर में बिहार के नक्शे पर एक दर्जन से अधिक तीर (जदयू का चुनाव चिह्न) को निशाने पर जाते हुए दिखाया गया है, जिसमें भ्रष्टाचार, घोटाला, बेरोजगारी, अशिक्षा, जर्जर कानून व्यवस्था और ठप हुए विकास के मुद्दे भी बताए गए हैं.
राजद के नेता शिवचंद्र राम ने कहा कि लालू यादव को कहने से पहले नीतीश कुमार को अपना दामन झांकना चाहिए. बिहार का जो हाल बना रखा है, 15 साल से शासन कर रहे हैं और ठग लालू को कह रहे हैं, विकास नाम की कोई चीज नहीं है.
यहां बता दें कि बिहार की इन दोनों ही सियासी पार्टियों के बीच पोस्टरवार सितंबर 2019 से शुरू हुआ था जो अनवरत जारी है. दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ अब तक 20 से अधिक पोस्टर लगाए हैं. इस क्रम में सबसे पहले दो सितंबर को पटना के चौक-चौराहों पर पोस्टर लगाए गए थे. जिसमें लिखा था 'क्यूं करें विचार ठीके तो हैं नीतीश कुमार'. इसके जवाब में आरजेडी ने अपने पोस्टर पर लिखा था 'क्यों ना करें विचार बिहार जो है बीमार.' पटना के डाकबंगला चौराहा और आयकर गोलंबर पर यह पोस्टर लगवाया गया है, जो इतना मजेदार है कि सबका ध्यान अपनी ओर खींच ले रहा है.