लाइव न्यूज़ :

Bihar Politics News: लोकसभा सीटों को लेकर महागठबंधन में मच सकता है घमासान, राजद, जदयू, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों में सहमति नहीं!

By एस पी सिन्हा | Updated: September 27, 2023 20:07 IST

Bihar Politics News: राजद, जदयू, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों की महागठबंधन में सीटों को लेकर तलवार खींचने की स्थिति हो सकती है।

Open in App
ठळक मुद्देकांग्रेस ने पहले ही 10 सीट पर चुनाव लड़ने का राग आलाप चुकी है।कांग्रेस इंडिया गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है और हमें उचित जगह मिलनी चाहिए।सीटों का बंटवारा साल 2020 के विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन के आधार पर होना चाहिए।

Bihar Politics News: बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में सीटों के बंटवारे पर चर्चा शुरू हो चुकी है। विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' के बीच तरकश में तीर सजाए जाने लगे हैं। विपक्ष को साझेदारी के लिए सीटों का बंटवारा करना होगा। यहां राजद, जदयू, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों की महागठबंधन में सीटों को लेकर तलवार खींचने की स्थिति हो सकती है।

सूत्रों की मानें तो सीट शेयरिंग को लेकर लालू और नीतीश में सहमति नहीं बन पा रही है। ऐसे में बिहार में सीटों के बंटवारे का काम बेहद जटिल साबित हो सकता है। बिहार में कांग्रेस ने पहले ही 10 सीट पर चुनाव लड़ने का राग आलाप चुकी है।

बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा था कि कांग्रेस की अपेक्षा यही होगी कि जहां हमारा मजबूत जनाधार है, जहां से बड़े नेता चुनाव लड़ते रहे हैं, वो सारी सीटें नीतीश और लालू कांग्रेस के लिए छोड़े। कांग्रेस इंडिया गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है और हमें उचित जगह मिलनी चाहिए।

वहीं भाकपा-माले का कहना है कि सीटों का बंटवारा साल 2020 के विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन के आधार पर होना चाहिए। माले ने सीटों के बंटवारे को लेकर अपना प्रस्ताव राजद के पास भेज दिया है। जबकि जदयू का कहना है कि इंडिया गठबंधन की लड़ाई भाजपा से है।

ऐसे में यह माना जा रहा है कि राजद, जदयू और वामपंथी दलों के लिए सीटों के बंटवारे को अपने स्तर पर अंतिम रूप देना आसान नहीं है। कारण कि सीतामढ़ी, मधेपुरा, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर और बांका लोकसभा सीटों का है, जहां साल 2019 में जदयू की जीत हुई थी, जबकि राजद दूसरे नंबर पर थी।

दूसरी तरफ पटना साहिब और बेगूसराय जैसी लोकसभा सीटें भी हैं, जिस पर भाजपा ने कब्जा किया था। कोसी-सीमांचल की सुपौल लोकसभा सीट पर साल 2019 में जदयू ने 56 फीसदी वोट के साथ जीत दर्ज की थी। कांग्रेस की रंजीता रंजन ने करीब 30 फीसदी वोट हासिल किए थे। रंजीता रंजन कोसी इलाके की बड़ी नेता मानी जाती हैं।

रंजीता रंजन कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं और पहले लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। ऐसे में साझेदारी के तहत सुपौल सीट पर किस पार्टी को चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। ऐसे में संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि नीतीश कुमार को अपनी कुछ सीटों की कुर्बानी देनी पड़ सकती है।

अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो महागठबंधन में सीटों को लेकर तनातनी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कारण कि सभी दल विधानसभा की सीट के हिसाब से लोकसभा की सीटों पर दावेदारी चाहते हैं। बता दें बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं, जिनमें अभी 16 सीटों का प्रतिनिधित्व अकेले जदयू करता है।

साल 2019 के  लोकसभा चुनावों में किशनगंज की मात्र एक सीट पर कांग्रेस का झंडा लहराया था। जबकि भाजपा ने 17 सीटों पर अपना परचम लहराया था तो वहीं उस समय की साझेदार जदयू ने 16 सीट अपने कब्जे में किया था तो लोजपा ने 6 सीटों पर कब्जा जमाया था।

टॅग्स :लोकसभा चुनाव 2024बिहारपटनाकांग्रेसजेडीयूसीपीआईएमआरजेडी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारत अधिक खबरें

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी