Bihar Politics News Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के आज पटना पहुंचने पर भाजपा नेताओं ने पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। वहीं, श्री कृष्ण चेतना विचार मंच द्वारा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव का अभिनंदन किया गया।
इसके बाद मोहन यादव बिहार भाजपा कार्यालय पहुंचे। प्रदेश कार्यालय में भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पार्टी नेताओं की तरफ से सम्मानित किया गया। इस मौके पर मोहन यादव ने कहा कि यहां लीडरशिप की कमी है। यही वजह है कि बिहार आज भी पिछड़ा राज्य है। मोहन यादव ने कहा कि कोई ऐसा राज्य ऐसा नहीं जहां बिहार के आईएएस-आईपीएस नहीं हैं।
एकमात्र राज्य बिहार है, जिसे यह सौभाग्य मिला है। गुजरात उद्योग में भले ही आगे है, लेकिन पसीने के रूप में जो बूंदें गिरती हैं, वह बिहार का ही है। बिहार हर क्षेत्र के अंदर अपनी पहचान बनाई हुई है। सभी क्षेत्रों में बिहार के लोगों की अपनी पहचान है। आपातकाल के समय बिहार ही आगे आया और लोकतंत्र को बचाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि बिहार और आगे जा सकता था। भारत में पांच बीमारू राज्य थे, चार राज्य निकल गए। लेकिन बिहार वहीं ठहरा हुआ है। यहां कमी है तो सिर्फ लीडरशिप की। समाज में कमी नहीं है। नेतृत्व क्षमता की कमी से बिहार पिछड़ा हुआ है। आने वाले समय में बिहार काफी आगे बढ़ेगा। मध्य प्रदेश भी मदद करेगा।
बिहार पूरे देश में नंबर वन हो यह मेरी शुभकामना है। इससे पहले अभिनंदन समारोह में उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी की जमकर तारीफ की। मोहन यादव ने कहा कि पिता ने कड़ी संघर्ष कर हमें संस्कार दिया और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें काम करने का मौका दिया है।
उन्होंने यादव समाज के गौरवशाली इतिहास की चर्चा की पर बिहार के राजनीति की धूरी माने जाने वाले और यादवों के नेता माने जाने वाले लालू यादव एवं तेजस्वी यादव समेत बिहार सरकार का नाम तक नहीं लिया। उन्होंने कहा कि हमारा रिश्ता शब्दों से ज्यादा भाव से है। बिहार का नाम वृंदावन बिहारी लाल से जुड़ा है।
उत्तर प्रदेश के साथ बिहार का नाम आता है। मोहन यादव ने बिहार के यादवों में जोश भरते हुए कहा कि आप उसी कृष्ण के वंशज हैं, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अधर्मियों का नाश किया था। उन्होंने कहा कि माता सीता की धरती पर आकर खुद को मैं धन्य समझता हूं।
मोहन यादव ने कहा कि श्री राम का जीवन तो पहले से ही सभी के लिए प्रेरणा देने वाला रहा है। लेकिन जब उनके साथ माता सीता आ गई तो उनकी महता और भी महान हो गई। उन्होंने कहा कि यहां नेतृत्व क्षमता और अवसरवादिता के कारण बिहार पिछड़ा है। बिहार को आगे बढ़ाने में एमपी हर मदद को तैयार है।
मध्य प्रदेश आने के लिए बिहार के भाई बहनों को मैं आमंत्रण देता हूं। बिहार सम्राट अशोक की धरती है। कंस का वध भगवान श्रीकृष्ण ने किया, लेकिन वो सत्ता की कुर्सी पर नहीं बैठे। महाराजा उग्रसेन को गद्दी पर बैठाकर श्रीकृष्ण ने शिक्षा के लिए काम किया।
भाजपा उनकी यात्रा को बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वोटबैंक (यादव वोट) में सेंध लगाने के मौके के रूप में देख रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति के बाद बिहार के अपने पहले दौरे पर आये मोहन यादव का यहां हवाई अड्डे पर बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और अन्य पार्टी नेताओं ने स्वागत किया।