Bihar Political Crisis: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज देर शाम या फिर कल सुबह 10 बजे तक मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और शाम चार बजे शपथग्रहण समारोह होने की चर्चा है। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह के राजभवन पहुंचने और मंथन किया है। ऐसे में अब लगभग तय हो गया है कि नीतीश कुमार एक बार फिर यू-टर्न लेकर भाजपा के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। उधर, राजद ने भी समर्थन वापस लेने का निर्णय ले लिया है। बिहार सरकार में कृषि मंत्री और राजद नेता कुमार सर्वजीत ने कहा है कि राजद सरकार से अपना समर्थन वापस लेने जा रही है। उन्होंने कहा कि राजद कोटे के मंत्रियों ने सरकारी गाड़ी वापस कर दी है। मंत्रियों ने सभी तरह के सरकारी सुविधाओं को वापस कर दिया है।
कुमार सर्वजीत ने साफ तौर पर कहा है कि हम सरकार से समर्थन वापस लेने जा रहे हैं। कुमार सर्वजीत ने कहा कि क्या बिहार में दलितों का बात रखना अपराध है? क्या बिहार के नौजवानों को नौकरी देना गलत बात है? हम नीतीश कुमार से किस लिए आशा रखें हम लोग गए थे? क्या उनके पास वही आए थे ना हमारे पास?
हमलोग यदि ऐसा कुछ कर रहे हैं तो मुझे लगता है कि मैं सही से काम कर रहा हूं और आगे भी मौका मिलता है तो करते रहेंगे। इसबीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के करीबी नेता और राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने कहा है कि बिहार में राजद-जदयू का गठबंधन टूट गया है। अब बिहार की जनता नीतीश कुमार को कभी माफ नहीं करेगी।
नीतीश कुमार ने 19 साल में बिहार की राजनीति को अस्थिर किया है। बिहार में सियासी समीकरण पल-पल बदल रहा है। वहीं, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि इस बार नीतीश कुमार के लिए पलटी मारना आसान नहीं होगा। जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव ने ये बात राजद के विधायकों और नेताओं के साथ बैठक में कही है।
इस दौरान लालू यादव ने बहुमत को लेकर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा है कि उनके पास बहुमत को आंकड़ा है। उल्लेखनीय है कि राजद, कांग्रेस, वाम दल के 114 विधायकों के साथ जीतन राम मांझी के चार विधायकों को भी अपने पाले लाने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के अनुसार राजद ने जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन को उपमुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया था।
हालांकि जीतन राम मांझी इस बात को सिरे से नकार है। इसके अलावा राजद, एआईएमआईएम के एक और एक निर्दलीय विधायक के दम पर बहुमत के आंकड़े 122 से दो सीटें कम, यानी 120 सीटों पर पहुंच जाएगी। इसके अलावा राजद इस समय जदयू के कुछ विधायकों को भी तोड़ने का दावा कर रही है। बता दें कि बिहार विधानसभा में राजद के 79 विधायक हैं। जबकि भाजपा-78, जदयू-45, कांग्रेस 19, भाकपा-माले 12, हम पार्टी-4, एआईएमआईएम-1, भाकपा-2, माकपा-2 और निर्दलीय-1 विधायक हैं।