Bihar Political Crisis: यूपी के एक्स सीएम अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा है कि नीतीश कुमार एनडीए में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वह नहीं जाएंगे। बल्कि, वह तो इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगे। अखिलेश का यह बयान उस वक्त आया है जब बिहार में हलचल तेज है कि नीतीश कभी भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इसके कई तर्क मिले हैं।
वहीं कांग्रेस के नेता भी कहने लगे हैं कि नीतीश को सामने आकर साफ करना चाहिए कि क्या वह आरजेडी के साथ गठबंधन तोड़ रहे हैं। क्योंकि इन सबसे इंडिया गठबंधन को नुकसान होता है।
बताते चले कि दिन भर बिहार सुर्खियों में रहा है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में नीतीश तो शामिल हुए लेकिन, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे। उनकी जगह पर अशोक चौधरी पहुंचे। कहा जा रहा है कि नीतीश के बगल में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के नाम की पर्ची लगी थी। जिसे अशोक चौधरी ने वहां से हटा दिया। इस वक्त का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
हालांकि, जब अशोक चौधरी से मीडिया ने सवाल पूछा कि तेजस्वी यादव क्यों नहीं आए तो वह कहते हुए दिखे कि इस सवाल का जवाब तो आप उनसे ही लीजिए। वहीं जब सीएम नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने भी कुछ इसी अंदाज में जवाब दिया।
नीतीश के जाने से इंडिया गठबंधन को लगेगा झटका
नीतीश एनडीए में शामिल हो जाते हैं तो मोदी के खिलाफ बना इंडिया गठबंधन की कमर ही टूट जाएगी। क्योंकि, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पहले ही लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला कर चुकी है। वहीं गठबंधन के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने का निर्णय लेने वाले नीतीश जो एक वक्त एनडीए के खिलाफ थे अब उनके साथ जाते दिख रहे हैं।