तेजस्वी यादव का बंगला खाली कराने पहुंची थी पुलिस, हुआ कुछ ऐसा कि लौटना पड़ा वापस
By एस पी सिन्हा | Updated: December 5, 2018 17:26 IST2018-12-05T16:27:00+5:302018-12-05T17:26:00+5:30
तेजस्वी ने दिल्ली से आते ही नीतीश सरकार पर हमला बोला और कहा कि हम इस मामले को डबल बेंच के बाद ऊपर के न्यायालय में भी ले जाएंगे।

तेजस्वी यादव का बंगला खाली कराने पहुंची थी पुलिस, हुआ कुछ ऐसा कि लौटना पड़ा वापस
राजद नेता व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास को खाली कराने पहुंचे आवास बोर्ड के अधिकारी और पुलिस पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के भारी विरोध के कारण बैरंग लौट गये। तेजस्वी यादव के वकील के तरफ से जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई गई एलपीए के आधार पर ये कार्रवाई टाल दी गई। बताया जाता है कि तेजस्वी ने पहले से ही एलपीए ले रखा था लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी और ऑर्डर देख पुलिस वापस लौट गई।
यहां उल्लेखनीय है कि पटना हाईकोर्ट के जस्टिस ज्योति शरण की एकल बेंच ने तेजस्वी यादव को बंगला खाली करने का आदेश दिया था। जिसके बाद उन्होंने डबल बेंच में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी। हालांकि बंगला खाली कराने गये अधिकारियों को राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध का भी भारी सामना करना पड़ा। इस बीच, बंगला विवाद के बीच तेजस्वी यादव दिल्ली से पटना लौट आए हैं।
उन्होंने आते ही नीतीश सरकार पर हमला बोला और कहा कि हम इस मामले को डबल बेंच के बाद ऊपर के न्यायालय में भी ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि जब हम सरकार में थे तो सुशील मोदी से हमने मकान खाली नहीं करवाया था। आखिर क्या कारण है जो वे मेरे बंगले के पीछे पड गए हैं।
उन्होंने कहा कि भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने हम छोटे बच्चे हैं। आखिर इस छोटे बच्चे से उन्हें इतनी नफरत क्यों है? तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास पटना और दिल्ली में कई मकान हैं, इसलिए पहले उन्हें ये मकान खाली करने चाहिए।
वहीं, तेजस्वी यादव पर जदयू ने तंज कसा है कि लालू यादव को भी एक अणे मार्ग वाला अपना बंगला खाली करने में आठ महीने लग गए थे। जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा कि वे सरकारी काम में इसलिए बाधा उत्पन्न कर रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकारी संपत्ति से मोह है।
यहां बता दें कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले को लेकर विवाद लगातार जारी है। इस कडी में जो ताजा तस्वीर सामने आई उससे यही लगा कि सरकार राजद नेता से उनका सरकारी बंगला अब खाली कराने का मन बना चुकी है।
बुधवार की सुबह पटना स्थित तेजस्वी के सरकारी बंगले को खाली कराने की प्रकिया शुरू की गई थी। तेजस्वी यादव के सरकारी आवास को खाली कराने आवास बोर्ड के अधिकारी और पुलिस आज पहुंचे थे।
अपने नेता का बंगला खाली कराने पहुंचे अधिकारियों को देख पार्टी नेता विरोध करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कहा कि बंगले को खाली करने नहीं दिया जायेगा। इसके लिए हम कुछ भी करने को तैयार हैं। उसके बाद पार्टी नेता और कार्यकर्ता बंगले के बाहर धरने पर बैठ गये।
वहीं, तेजप्रताप यादव सरकार पर जमकर बरसते हुए कहा कि हिम्मत है तो अधिकारी बंगला खाली करा लें? वो क्यों बंगले के बाहर खडे हैं? उन्होंने कहा कि सरकार को सीखना चाहिए की नेता प्रतिपक्ष का सम्मान होता है और ये पूरा मामला बिहार की जनता देख रही है। इस फैसले से नीतीश कुमार की किरकिरी हो रही है।
तेजप्रताप ने कहा कि सरकार अपने काम को छोडकर फिलहाल बंगला-बंगला खेल रही है। उन्होंने कहा कि लालू परिवार को लगातार दबाने की कोशिश हो रही है। मेरे भाई तेजस्वी इस समय दिल्ली में हैं तो उनकी गैरमौजूदगी में पटना में सरकारी बंगला खाली कराने अधिकारी पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में लूट मची है लेकिन नीतीश जी का ध्यान बंगला पर है और वो बंगला-बंगला ही खेल रहे हैं। तेजप्रताप ने अपने छोटे भाई का समर्थन करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश हो रही है तो मैं सामने आया हूं। सरकार को बंगला खाली नहीं कराने का आदेश कानून ने भी दिया है फिर भी सरकार और विरोधी इस तरह के काम कर रहे हैं। बिहार में होने वाले कामों पर सरकार की नजर नहीं है और सरकार ने बौखलाहट में आकर ये काम किया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लालू एंड फैमिली को दबाने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। बंगले में कुछ ऐसा नहीं है जो सरकार इस तरह की कार्रवाई कर रही है। तेजप्रताप ने कहा कि मेरी सरकार होती तो मैं ऐसा काम नहीं करता। पॉलिटिक्स होनी चाहिए लेकिन बंगले पर नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझे भी बंगला मिला था जो जर्जर था। मैं इसी कारण से बंगला छोड कर कुटिया में रहता था। अब मैंने बंगला छोड दिया है तो मुझे मकान नहीं मिल रहा है, लेकिन मेरा भाई बंगले में रह रहा है तो उसे परेशान किया जा रहा है।