बिहार: लॉकडाउन में भी सड़कों पर बेधड़क निकल रहे हैं लोग, बेची जा रही खानें के सामानें, पुलिस प्रशासन निश्चिंत
By एस पी सिन्हा | Updated: March 30, 2020 18:41 IST2020-03-30T18:41:31+5:302020-03-30T18:41:31+5:30
जिला प्रशासन सोशल डिस्टेंस को लेकर अपनी कटिबद्धता दिखाती तो जरूर है, लेकिन राजधानी पटना में लोग इसके प्रति पूरी तरह से जागरूक नही दिख रहे हैं.

बिहार: लॉकडाउन में भी सड़कों पर बेधड़क निकल रहे हैं लोग, बेची जा रही खानें के सामानें, पुलिस प्रशासन निश्चिंत
पटना:कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का बिहार में उल्लंघन करने से लोग बाज नहीं आ रहे हैं. बीते तीन दिन इसमें कुछ कमी आई थी और पुलिस-प्रशासन भी सख्त दिख रहा था. लेकिन आज एक बार फिर लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले बढ़ गए. लोग भी बेधड़क सड़कों पर आते दिखे जबकि सड़कों पर ठेला लगाकर सत्तू घोलकर बेचने वाले और फल काटकर बेचने वाले बेखौफ अपने धंधे में जुटे दिखे.
वहीं, जिला प्रशासन सोशल डिस्टेंस को लेकर अपनी कटिबद्धता दिखाती तो जरूर है, लेकिन राजधानी पटना में लोग इसके प्रति पूरी तरह से जागरूक नही दिख रहे हैं.
खासकर मुहल्लों में और सब्जी मंडी में यह बेअसर दिखता है. सडकों पर तो प्रशासन के भय से सन्नाटा पसरा है. लेकिन गलियों में लोग बेधडक घुमते रहते हैं. कहीं बच्चों और युवकों की टोली गलियों में क्रिकेट खेल रही है, तो कहीं नुक्कड पर युवकों का मजमा लग रहा है.
कई स्थानों पर एक साथ बैठे आठ- दस लोग गप्पे भी मारते दिख जा रहे हैं. हालांकि पुलिस के द्वारा लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को कोरोना वायरस से सावधान करते हुए लॉकडाउन का पालन करने की हिदायत दी जा रही है. बावजूद लोग समझ नहीं रहे हैं. वहीं, पटना सिटी का शायद ही कोई ऐसा गली हो, जहां लोगों का जमावडा नहीं लगा रहता हो. इलाके के जागरूक लोगों ने गलियों में पुलिस गश्त की मांग करते हुए लॉकडाउन का उलंघन करने वालों पर कडी कार्रवाई करने की मांग की है, इसके लिए लोग डीएम कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम को फोनकर जानकारी भी देते रहते हैं. लेकिन इसका कोई असर नही दिखता है.
हालांकि, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है. 24 मार्च से अब तक 310 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. वहीं 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया. छह दिनों में 4940 गाडियां जब्त की गईं और 98 लाख से ज्यादा का जुर्माना किया गया.
लॉकडाउन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों और लोगों को आने-जाने की छूट है. इसके अलावा कोई इसका उल्लंघन करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी. वहीं, डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कोरोना वायरस की आपदा के बीच ड्यूटी पर मुस्तैद राज्य के सिपाही से आला पुलिस अधिकारी तक को अपना संदेश भेजा है. उन्होंने लिखा है प्रिय साथियों, कोरोना वायरस एक वैश्विक विपदा है.
विपदा की इस घडी में हम सभी की जिम्मेदारी और कार्य का दबाव स्वत: बढ गया है. मेरे से लिए हर्ष का विषय है कि विपदा की इस कठिन घडी में भी हमारे चौकीदार से लेकर सिपाही, हवलदार, दारोगा, डीएसपी और सभी वरीय अधिकारी पूरी तत्परता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं.
यह घड़ी मुश्किल है, इसमें स्वयं एवं अपने परिवार की सुरक्षा के साथ पूरे राज्य को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हमारे-आपके कंधे पर है. लेकिन आप अपने परिवार की चिंता किए बगैर कर्तव्य पथ पर दृढ संकल्प के साथ कार्यरत हैं. इस जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहन करने के लिए मैं सभी कर्मठ सदस्यों को सलाम करता हूं.