सीएम नीतीश कुमार के द्वारा दिए गए इफ्तार पार्टी को लेकर भाजपा ने साधा निशाना, कहा- कभी पूजा का प्रसाद नहीं बांटा
By एस पी सिन्हा | Published: April 8, 2023 06:24 PM2023-04-08T18:24:38+5:302023-04-08T18:27:31+5:30
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे वोट बैंक की राजनीति को साधा जा रहा है। बहुसंख्यक देश में नवरात्र जैसे त्यौहार में कभी पूजा और प्रसाद नहीं बांटा जाता है।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से 7 अप्रैल को आयोजित की गई दावत-ए-इफ्तार को लेकर सियासत तेज हो गई है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे वोट बैंक की राजनीति को साधा जा रहा है। बहुसंख्यक देश में नवरात्र जैसे त्यौहार में कभी पूजा और प्रसाद नहीं बांटा जाता है। उन्होंने शनिवार को कहा कि सत्ता के लिए तुष्टिकरण की राजनीति की जा रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना कहा कि जिस तरह से बहुसंख्यक देश मे बहुसंख्यक को आहत किया जा रहा है, इससे देश कमजोर होता है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां की सभ्यता है, संस्कृति है कि नवरात्र के समय पूजा-पाठ होता है। प्रसाद वितरण होता है, लेकिन वह लोग वोट बैंक की राजनीति के लिए ऐसा नहीं करते हैं। उन लोगों को नवरात्र में पूजा करने और प्रसाद वितरण करने में शर्म आती है। वहीं वोट बैंक की राजनीति के लिए इफ्तार की पार्टी की जाती है। वहां उनसे तकरीर सुनी जाती है। संदेश दिलवाया जाता है कि एक खास नेता को वोट दिया जाए। इस तरह के काम से देश की सभ्यता-संस्कृति कमजोर होती है।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से मुख्यमंत्री आवास में 7 अप्रैल को दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया था, जिसमें तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के घटक दल के नेता शामिल हुए थे। इस दौरान भाजपा ने मुख्यमंत्री का न्योता ठुकरा दिया था। पार्टी का एक भी नेता इफ्तार में शामिल नहीं हुए थे। नीतीश कुमार ने इसकी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि 2017 से ही यहां इफ्तार पार्टी हो रही है। कोरोना की वजह से दो साल नहीं हुआ। भाजपा जब साथ में थी तो इफ्तार नहीं होती थी क्या?