बिहार राजग में कलह, भारत सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम से सीएम नीतीश कुमार व जदयू के नेता आउट, भाजपा को तरजीह
By एस पी सिन्हा | Published: August 28, 2021 08:34 PM2021-08-28T20:34:45+5:302021-08-28T20:37:32+5:30
होर्डिंग में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के साथ बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को स्थान दिया गया.
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ राजग की कलह आज सामने आ गई. आरा में रोड ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने पर एक समारोह का आयोजन किया गया था. इसको लेकर पोस्टर लगाए गए थे.
भारत सरकार की तरफ से आयोजित इस कार्यक्रम में ना तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पूछा गया और ना ही जदयू के किसी अन्य बडे़ नेता को. होर्डिंग में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के साथ बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन को स्थान दिया गया.
इस मौके पर भारत सरकार के मंत्री नितिन गडकरी के साथ-साथ आरा से स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुडे़. जबकि भारत सरकार के विभागीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी के अलावा बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और आरा से स्थानीय विधायक और बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह इस कार्यक्रम में मौजूद थे. लेकिन इस आयोजन में जदयू के किसी बडे़ नेता को आमंत्रित नही किया गया था.
वैसे भोजपुर जिले से जुडे़ सभी विधायकों और विधान पार्षदों को इस कार्यक्रम में आमंत्रण दिया गया था. इसके साथ ही एनएच-30 के ऊपर रेलवे क्रासिंग की जगह पर रोड ओवरब्रिज का निर्माण को लेकर बनाए गए शिलापट्ट में भी मुख्यमंत्री का नाम भी अंकित नही किया गया. यह होर्डिंग आरा से लेकर बिहार की राजधानी पटना तक में लगाई गई थी.
यही नहीं बिहार के लगभग सभी समाचार पत्रों में आज इस लोकार्पण समारोह हो से जुड़ा विज्ञापन भी प्रकाशित किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ प्रकाशित विज्ञापन में ना तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ना ही जदयू कोटे से किसी अन्य जनप्रतिनिधि का नाम अंकित किया गया था. यह पूरा कार्यक्रम भाजपा के नेताओं के इर्द-गिर्द ही नजर आया.
लोकार्पण समारोह से जदयू के नेताओं को किनारे किए जाने के बाद अब भोजपुर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. जदयू के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनकी पार्टी के नेताओं को इस आयोजन में तरजीह नहीं दी गई. इसे लेकर जदयू के नेताओं में रोष है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर को पोस्टर से गायब रखने को लेकर जदयू के नेताओं ने इसे गलत बताया है.