Bihar MLC Election Results 2022: 24 सीटों पर चुनाव, एनडीए को 13, राजद को 6, कांग्रेस ने खाता खोला, संजय जायसवाल और ललन सिंह को झटका
By एस पी सिन्हा | Updated: April 7, 2022 20:31 IST2022-04-07T19:42:39+5:302022-04-07T20:31:21+5:30
Bihar MLC Election Results 2022: बिहार विधानपरिषद की दो दर्जन सीट के लिए मतदान हुआ था. 75 सदस्यीय उच्च सदन में 24 सदस्यों का कार्यकाल पिछले साल जुलाई में समाप्त हो गया था.

जदयू को पांच और भाजपा को आठ सीटें प्राप्त हुई हैं. जबकि राजद को अभी तक पांच सीटें हासिल हुई हैं.
पटनाः बिहार विधान परिषद के 24 सीटों पर हुए चुनाव के बाद आज रिजल्ट घोषित कर दिया गया. एनडीए को 13 सीटें मिली हैं, जिसमें जदयू को पांच और भाजपा को आठ सीटें प्राप्त हुई हैं. जबकि राजद ने 6 सीट पर बाजी मार ली. वहीं 4 सीटों पर निर्दलीय ने बाजी मारी है.
कांग्रेस ने भी एक सीट पर विजय प्राप्त की है. इस परिणाम ने बडे़-बडे़ धुरंधरों को चारों खाने चित्त कर दिया है. सबसे अधिक झटका तो जदयू और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लगा है. नीतीश कुमार की पार्टी जदयू अध्यक्ष ललन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार को जिताने में विफल रहे.
राबड़ी देवी की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी बच गई
वही हाल भाजपा की रही. भाजपा के प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल भी अपने संसदीय क्षेत्र की दोनों सीट गठबंधन की झोली में देने में विफल साबित हुए. इसके साथ बिहार विधान परिषद में राजद को नेता प्रतिपक्ष पद के लिए जरूरी संख्या बल मिल गया है. मतलब यह कि राबड़ी देवी की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी बच गई है.
स्थानीय निकाय के तहत हुए विधान परिषद के चुनाव में पटना सीट पर मोकामा से राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह के खास माने जाने वाले कार्तिक सिंह ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय उम्मीदवार कर्णवीर सिंह यादव उर्फ़ लल्लू मुखिया को सियासी मात दी. वहीं जदयू प्रत्याशी वाल्मीकि सिंह तीसरे पायदान पर रहे.
कटिहार में अशोक अग्रवाल ने मारी बाजी
कार्तिक कुमार को 1886 वोट आया, जबकि लल्लू मुखिया को 1706 वोट मिले. वहीं वाल्मीकि सिंह को 1388 वोट मिलने की बात कही गई. वहीं, कटिहार में अशोक अग्रवाल ने दूसरी वरीयता की गिनती में 1738 मत लाकर निर्वाचित घोषित हुए हैं. राजद के कुंदन यादव को 942 मत मिले हैं. कांग्रेस के सुनील यादव को 801 मत मिले हैं.
छपरा सीट पर एनडीए को करारा झटका
रोहतास-कैमूर सीट पर भाजपा उम्मीदवार संतोष कुमार ने जीत दर्ज की है. भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में 3052 राजद को 2368 वोट मिले हैं. वहीं, छपरा सीट पर एनडीए को करारा झटका लगा है. भाजपा के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार सच्चिदानंद राय ने इस सीट पर दोबारा कब्जा बरकरार रखा है. उन्होनें निकटतम प्रतिद्वन्दी राजद के सुधांशु रंजन को परास्त किया है.
एनडीए के धर्मेन्द्र कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे. सच्चिदानंद राय की बगावत के बाद एनडीए ने इस सीट पर काफी मेहनत किया था. पिछली बार निर्दलीय रहते सच्चिदानंद राय ने जीत दर्ज किया था. जीत के बाद वे भाजपा में शामिल हो गए थे. लेकिन इसबार भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया. वहीं मुंगेर में राजद के प्रत्याशी ने लगातार चौथी बार अपनी परंपरागत सीट को बचाने में कामयाब रहे.
मुंगेर से राजद प्रत्याशी अजय कुमार सिंह जीते
राजद प्रत्याशी अजय कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जदयू के प्रत्याशी संजय प्रसाद को प्रथम वरीयता की मतों के आधार पर 1184 पीछे छोड गए. बेगूसराय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राजीव कुमार जीते हैं, उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को पटकनी दी है. वहीं, गया में राजद के कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव ने जदयू, लोजपा उम्मीदवारों को धूल चटा दी.
कुमार नागेंद्र उर्फ रिंकू यादव को 3795 वोट मिले. जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी को 3267 वोट मिला. कुल मिलाकर राजद 528 वोट से जीत हासिल की. मधुबनी में निर्दलीय प्रत्याशी अम्बिका गुलाब यादव जीती हैं. ये राजद से बागी गोपाल यादव की पत्नी हैं. दरभंगा विधान परिषद सीट पर भाजपा प्रत्याशी सुनील चौधरी की जीत हुई है.
भागलपुर से जदयू उम्मीदवार विजय कुमार सिंह की जीत
भागलपुर से जदयू उम्मीदवार विजय कुमार सिंह की जीत हुई है. उन्होंने राजद के प्रत्याशी संजय यादव को हराया हैं. उसी तरह से मुजफ्फरपुर से जदयू के दिनेश सिंह ने जीत दर्ज की है. जबकि पूर्णिया सीट पर भाजपा उम्मीदवार दिलीप जायसवाल ने जीत हासिल की है. वैशाली से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के भूषण राय ने जीत हासिल की है. यहां से राजद के सुबोध राय चुनाव हार गये हैं.
आरा और बक्सर सीट से जदयू उम्मीदवार राधाचरण शाह ने जीत हासिल की है. नालंदा से जदयू उम्मीदवार रीना यादव ने जीत दर्ज की है. वहीं, सीतामढ़ी- शिवहर मे एनडीए प्रत्याशी रेखा देवी 75 मतों से विजय हुई है. दूसरी वरीयता में राजद प्रत्याशी से अधिक वोट कांग्रेस उम्मीदवार को आने से चुनाव परिणाम एनडीए गठबंधन से जदयू प्रत्याशी रेखा देवी के पक्ष में चला गया.
भाजपा उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने केवल 20 वोट से जीते
जदयू प्रत्याशी रेखा देवी को 2316 मत मिले, जबकि राजद प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार उर्फ़ कब्बू खिरहर को 2254 मत मिले थे. उधर, गोपालगंज सीट पर भाजपा उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने केवल 20 वोट से जीत हासिल की है. सीवान सीट से राजद उम्मीदवार विनोद जायसवाल की जीत हुई है. नवादा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार और राजद के बागी अशोक यादव ने जीत हासिल की है.
औरंगाबाद सीट पर एक बार फिर से एनडीए ने जीत का परचम लहराया है. राजनीतिक रुप से बेहद संवेदनशील इस सीट पर भाजपा अथक परिश्रम से अपनी प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब हुई है. दिलीप सिंह 284 वोटो के अंतर से निर्वाचित घोषित किए गये. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के अनुज कुमार सिंह को हार का मुंह देखना पड़ा.
पश्चिम चंपारण में राजेश राम चुनाव हार गये
समस्तीपुर सीट पर भाजपा के उम्मीदवार तरुण कुमार ने जीत हासिल की है. जबकि पश्चिम चंपारण में भाजपा को बड़ा झटका लगा है. पश्चिम चंपारण में राजेश राम चुनाव हार गये हैं. यहां इस सीट पर राजद के उम्मीदवार सौरभ कुमार ने जीत हासिल की है. पूर्वी चंपारण सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी महेश्वर सिंह ने चुनाव जीत लिया है.
भाजपा के राजीव कुमार ने राजद के दिलीप सिंह को हराया
महेश्वर सिंह 217 वोटों से विजयी रहे. उन्होंने राजद प्रत्याशी बबलू देव को हराया. निवर्तमान भाजपा के विधान पार्षद बबलु गुप्ता तीसरे स्थान पर रहे. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के गृह जिले गोपालगंज में पार्टी हार गई है. वहां भाजपा के राजीव कुमार ने राजद के दिलीप सिंह को हराया है.
यहां बता दें कि एनडीए में भाजपा ने 12, जदयू ने 11 और रालोजपा ने एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. जबकि वामपंथी पार्टियों की तरफ से राजद के 23 और सीपीआई एक सीट पर चुनाव मैदान में थे. इस बार महागठबंधन से अलग होकर कांग्रेस अकेले मैदान में थी.
2016 में भाजपा ने 11 सीट जीतकर अपना सिक्का जमाया था
कांग्रेस ने आठ सीटों पर उसने प्रत्याशी उतारे थे, जबकि मुकेश सहनी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) सात और चिराग पासवान की पार्टी छह सीटों पर चुनाव लडी थी. इस चुनाव से पहले तक भजपा के पास सबसे ज्यादा 13 सीटों थीं. साल 2016 में भाजपा ने 11 सीट जीतकर अपना सिक्का जमाया था.
बाद में लोजपा की नूतन सिंह और कटिहार से अशोक कुमार अग्रवाल भाजपा में शामिल हो गए तो उसकी संख्या बढ़कर 13 हो गई थी. इस बार भाजपा सिर्फ 12 सीट पर ही मैदान में है. पार्टी ने अपने कोटे की मधुबनी सीट जदयू को दी थी. पिछली बार जदयू के खाते में पांच सीट गई थी, लेकिन बाद में राजद के तीन सदस्य जदयू के साथ आ गए और उसकी संख्या बढ़कर आठ हो गई थी.





