Bihar MLC Election 2022: बिहार विधान परिषद के चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का फैसला एकबार फिर सुर्खियों में है. इस बार राजद प्रमुख ने पटना के खुसरूपुर स्टेशन के पास कपड़ा धोने और इस्त्री करने वाली मुन्नी देवी को भी विधान परिषद भेजने का फैसला किया है.
लालू यादव के इस फैसले की हर और चर्चा हो रही है. राजद प्रमुख के फैसले का उनके समर्थक जमकर तारीफ कर रहे हैं. यहां बता दें कि विधान परिषद के चुनाव के लिए भी राजद ने प्रदेश में अन्य पार्टियों से पहले अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.
लालू यादव ने इस बार युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद कारी सोहैब, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव मुन्नी देवी और रोहतास के अशोक कुमार पांडेय पर भरोसा जताया है. वहीं, राजद की तरफ से विधान परिषद उम्मीदवार बनाए जाने के बाद मुन्नी देवी के खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मुन्नी देवी ने लालू परिवार को जमकर तारीफ की.
तेजप्रताप यादव खुद अपनी गाड़ी चलाकर मुन्ना देवी उनको घर छोड़ने गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुन्नी देवी के पास कार नहीं है. इसलिए इनको घर छोड़ने गये थे. मुन्नी देवी ने बताया कि विधान परिषद उम्मीदवारों की घोषणा के बाद जब पार्टी के लोग मुन्नी देवी के घर पहुंचे तब उन्हें इसकी जानकारी हुई.
जिसके बाद वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से मिलने के लिए 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास पहुंचीं. मुन्नी देवी ने कहा कि वे और उनका पूरा परिवार लोगों के कपडे़ धोकर अपना जीवन यापन करता है. लालू प्रसाद ने विधान परिषद का उम्मीदवार बनाकर सम्मान देने का काम किया है.
वहीं, राबड़ी आवास पहुंचने के बाद तेजप्रताप ने भगवत गीता देकर उनका स्वागत किया. मुन्नी देवी ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का आभार जताते हुए कहा कि लोग लालू यादव पर परिवारवाद करने का आरोप लगाते हैं, लेकिन लालू परिवारवाद नहीं बल्कि दलितवाद करते हैं.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का पूरा परिवार दलितों और गरीबों को सम्मान देने का काम करता रहा है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव लालू यादव के रास्ता पर चलने का काम कर रहे हैं. बिहार की जनता आज भी लालू प्रसाद के साथ है. उन्होंने कहा कि सदन में जाने के बाद वे महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आवाज उठाने का काम करेंगी.