Bihar Mlc Election 2022: राजद ने सहयोगी कांग्रेस को दिया टेंशन, मदन मोहन झा और अजित शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल, विधायकों के टूटने का मडराने लगा खतरा!
By एस पी सिन्हा | Published: June 9, 2022 05:26 PM2022-06-09T17:26:34+5:302022-06-09T17:27:43+5:30
Bihar Mlc Election 2022: विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. विधान परिषद की 7 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए एक उम्मीदवार को जीत के लिए 31 विधायकों की दरकार है.
Bihar Mlc Election 2022: बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर कई पैंतरे बदलने के बाद नामांकन के अंतिम वक्त ने कांग्रेस ने साफ किया कि पार्टी ये चुनाव नहीं लड़ेगी. वहीं दूसरी ओर प्रद्युम्न यादव ने नामांकन के लिए एनआर कटा लिया था और अब उन्होंने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है.
इस दौरान खगड़िया के विधायक छत्रपति यादव भी उनके साथ मौजूद रहे. अब प्रद्युम्न यादव ने मदन मोहन झा और अजित शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में पिछले 72 घंटे के अंदर 4 दफे उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर अपना स्टैंड बदला. इसी उहापोह के बीच कांग्रेस के विधायकों के टूटने का खतरा भी मंडराने लगा.
इसके चलते आज आनन-फानन में कांग्रेस विधायकों को बैठक के लिए बुला लिया गया. दरअसल, कांग्रेस नेतृत्व को इस बात की चिंता सता रही है कि उनके विधायक के किसी उम्मीदवार का प्रस्तावक बन सकते हैं. सबसे मजेदार बात तो यह है कि पिछले तीन-चार दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने अंदरूनी खेल खेला.
कांग्रेस चाहती थी कि महागठबंधन की ओर से प्रत्याशी तय किए जाएं तो उसे भी प्रतिनिधित्व मिले। लेकिन राजद प्रमुख लालू प्रसादा यादव और तेजस्वी यादव की ओर से तीन सीटों के लिए केवल राजद के ही उम्मीदवारों का ऐलान कर दिए जाने के बाद कांग्रेस ने नया पैंतरा लिया. कांग्रेस ने वामदलों को साथ आने और विधान परिषद चुनाव में प्रत्याशी देने का न्योता दिया.
वामदलों ने जब इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी तो कांग्रेस दूसरे दलों के 15 विधायकों का समर्थन होने की बात कहकर प्रत्याशी देने की तैयारी में जुटी. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने कहा कि पार्टी अब उम्मीदवार नहीं उतारेगी. कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है. लेकिन प्रद्युम्न यादव ने नामांकन के लिए एनआर कटा लिया था, जिस पर कांग्रेस विधायक अजित शर्मा ने कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है. आलाकमान इसपर निर्णय लेगा. हमारे पास उतनी संख्या नहीं है, इसीलिए हम चुनाव नहीं लड़ सकते.
कहा जा रहा है कि पिछले तीन से चार दिनों में प्रद्युम्न यादव को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता विधायकों के पास से घूम रहे थे. उनसे मुलाकात कर रहे थे और साथ ही समर्थन भी मांग रहे थे. कांग्रेस के विधायकों की स्थिति को देखते हुए उन्हें प्रस्तावक बनाने की तैयारी चल रही थी. जिसकी जानकारी पार्टी नेतृत्व को लग गई.
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के आवास पर विधायकों समेत अन्य नेताओं का जुटान हुआ. इसबीच अब कांग्रेस में बगावत का मामला सामने आ रहा है. प्रद्युम्न यादव ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है. दरअसल, विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं. विधान परिषद की 7 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए एक उम्मीदवार को जीत के लिए 31 विधायकों की दरकार है.
ऐसे में कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है. मदन मोहन झा ने भी आज की बैठक के बाद कहा कि हमें अपने संख्या बल के बारे में जानकारी है. विधान परिषद उम्मीदवार की जीत के लिए कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या नहीं है और उम्मीदवार खड़ा कर हम कोई गलत मैसेज नहीं देना चाहते हैं.