पटना:बिहार में अब तक तो विपक्ष ही कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहा था लेकिन जिस तरह से अपराधी बेलगाम हुए हैं और बेतहाशा अपराध में वृद्धि हुई है, ऐसे में सत्ताधारी दल के लोग भी सवाल खड़े कर रहे हैं.
होली के दिन मधुबनी में एक ही परिवार के छह लोगों की हत्या को लेकर बिहार में नीतीश सरकार अपने ही गठबंधन के नेताओं से घिरती नजर आ रही है. इस हत्याकांड के बाद आक्रोशित बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने अपनी ही पुलिस को निकम्मा बताते हुए उनपर कार्रवाई की मांग की है.
उन्होंने कहा कि पुलिस निकम्मी है और दारूबाज है. पुलिस अपराध रोकने में नाकाम है. मंत्री नीरज कुमार सिंह बब्लू आज पीड़ित परिवार से मुलाकात करने मधुबनी पहुंचे थे. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बेनीपट्टी के मोहम्मदपुर की घटना साधारण घटना नहीं है.
'मधुबनी की घटना साधारण नहीं, नरसंहार है'
नीरज सिंह ने कहा कि जिस तरह की यहां घटना हुई है यह घटना नहीं, नरसंहार है. इस घटना के पीछे जो भी अपराधी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस के निकम्मापन की वजह से इस घटना के अंजाम दिया गया है. इसलिए पुलिस पर कार्रवाई होनी चाहिए. इतनी बड़ी घटना हुई है. ऐसे में हम मुख्यमंत्री से बात करके दोषी पर कार्रवाई और पीड़ितों को अधिक से अधिक मुआवजा दिलाने की कोशिश करेंगे.
मंत्री ने आश्चर्य जताया कि इतनी बड़ी घटना हो गई और अब तक निकम्मे पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह चकित करने वाला है. इतनी बड़ी घटना हुई है फिर भी पुलिस चुप बैठी रही.
वहीं, भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने भी इस घटना की भत्सर्ना करते हुए इस वारदात को नरसंहार करार दिया है. उन्होंने कहा कि आज पुलिस सिर्फ शराब पकड़ने और पैसा कमाने में लगी है. दूसरे अपराधों को रोकने के लिए उनके पास टाइम नहीं है. मधुबनी की घटना इसका उदाहरण है, जिसमें एक ही जाति के छह लोगों की हत्या कर दी गई.
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पुलिस को शराब पकड़ने के काम से मुक्त किया जाए, ताकि वह दूसरे अपराधों को रोकने को लेकर काम कर सके.
इस दौरान उन्होंने मधुबनी हादसे की उच्चस्तरीय जांच के साथ साथ फास्ट ट्रैक कोर्ट से सजा दिलाने की मांग की है. ऐसे अपराधों पर लगाम के लिए जरूरी है कि बिहार पुलिस को भी गुंडों को मारने की खुली छूट दी जानी चाहिए.
क्या है मघुबनी की पूरी घटना
यहां बता दें कि बेनीपट्टी थाना इलाके के मोहम्मदपुर गांव में होली के दिन आपसी रंजिश में ताबडतोड फायरिंग में एक पक्ष के छह लोग घायल हो गए थे, जिसमें से पांच लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
इस घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. मरने वालों में तीन सहोदर भाई और एक चचेरे भाई शामिल थे. इसी घटना को लेकर सियासत तेज हो गई है.
इस घटना के पीछे लोग पुलिस को जिम्मेवार मान रहे हैं. लोगों का कहना है कि तय समय पर अगर पुलिस पहुंच जाती तो इतनी बड़ी घटना होने से बच जाती. वहीं इस घटना में पुलिस ने अबतक 8 लोगों को गिरफ्तार किया है.