Bihar LS polls 2024: बिहार एनडीए में रार, पारस के बाद कुशवाहा नाराज, बीजेपी महासचिव तावड़े मनाने पहुंचे
By एस पी सिन्हा | Published: March 19, 2024 06:00 PM2024-03-19T18:00:12+5:302024-03-19T18:02:12+5:30
Bihar LS polls 2024: प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा की ओर से विनोद तावडे और बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी मौजूद थे।
Bihar LS polls 2024: बिहार एनडीए में लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार सीटों का बंटवारा हो गया। सोमवार की शाम को भाजपा के दिल्ली स्थित मुख्यालय से इसकी विधिवत घोषणा की गई। लेकिन सीट शेयरिंग के बाद अब विवाद भी गहराते जा रहे हैं। एक तरफ रालोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने गठबंधन में एक भी सीट न मिलने के विरोध में मोदी सरकार से इस्तीफा दे दिया है, वहीं राष्ट्रीय लोक मोर्चा(रालोमो) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के भी नाराज होने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि केवल एक सीट मिलने से उपेंद्र कुशवाहा नाराज हैं। इस बीच उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी को लेकर भाजपा आलाकमान सतर्क है। चर्चा है कि उपेन्द्र कुशवाहा की नाराजगी की खबर मिलते ही बिहार के प्रभारी महासचिव विनोद तावड़े मंगलवार को उपेंद्र कुशवाहा से मिलने पहुंचे।
इन दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, इस बारे में अभी नहीं मिल पाई है, लेकिन माना जा रहा है कि तावड़े ने भाजपा आला नेताओं का संदेश कुशवाहा तक पहुंचा दिया है। बता दें कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से भाजपा 17 सीटों पर तो वहीं जदयू 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि गठबंधन में शामिल चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को 5 सीटें तो वहीं उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो और जीतन राम मांझी की हम को एक-एक सीट मिली है। हैरानी वाली बात ये रही कि बिहार एनडीए में केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा को एक भी सीटें नहीं मिलीं।
एक भी सीट नहीं मिलने से पशुपति पारस ने नाराज होकर मोदी सरकार से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, उन्होंने एनडीए से बाहर निकलने की घोषणा अभी तक नहीं की है। वहीं अब उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कुशवाहा ने पहले तीन और फिर बाद में 2 सीटों की मांग की थी।
रालोमो अध्यक्ष काराकाट के साथ ही सुपौल या सीतामढ़ी में से कोई एक सीट चाहते थे। लेकिन सीट शेयरिंग फॉर्मूला जब सामने आया, ऐसा हुआ नहीं। भाजपा ने उन्हें एक सीट पर ही निपटा दिया है। सिर्फ एक सीट मिलने से कुशवाहा कोपभवन में चले गए हैं। सूत्रों का कहना है कि इसी कारण से कुशवाहा सीट शेयरिंग के दौरान वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए थे।
कुशवाहा की पार्टी का कोई भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था। जबकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा की ओर से बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े और बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी मौजूद थे। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की ओर से संजय झा शामिल हुए थे।
चिराग पासवान की पार्टी से राजू तिवारी, जीतन राम मांझी की पार्टी से रजनीश कुमार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में थे। लेकिन पशुपति पारस की पार्टी के साथ ही कुशवाहा की पार्टी का कोई सदस्य इसमें मौजूद नहीं था। अब इसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है।