बिहार: बाजार में मिडडे मील की बोरियां बेचने पर शिक्षक को निलंबित किए जाने को लेकर राज्य सरकार निशाने पर, जानें पूरा मामला

By विनीत कुमार | Published: August 13, 2021 08:07 AM2021-08-13T08:07:55+5:302021-08-13T08:07:55+5:30

बिहार के कटिहार के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को निलंबित किए जाने पर विवाद गहरा गया है। शिक्षक का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे मिडडे मील की खाली बोरियां बेचते नजर आ रहे हैं।

Bihar katihar primary teached suspended on selling jute bags in market | बिहार: बाजार में मिडडे मील की बोरियां बेचने पर शिक्षक को निलंबित किए जाने को लेकर राज्य सरकार निशाने पर, जानें पूरा मामला

बिहार: प्राइमरी टीचर के निलंबन पर विवाद (फोटो- वीडियो ग्रैब)

Highlightsबिहार के कटिहार का मामला, एक वीडियो वायरल होने के बाद प्राथमिक शिक्षक को किया गया निलंबितशिक्षक का वीडियो वायरल हुआ था, इसमें वे मिडडे मील की खाली बोरियों को सिर पर रख कर बेच रहे थे।इससे पहले सरकार की ओर से खाली मिडडे मील की बोरियों को बेचने के निर्देश भी स्कूलों को दिए गए थे।

पटना: बिहार के कटिहार जिले में एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को निलंबित किए जाने के मामले में राज्य सरकार का विरोध तेज हो गया है। शिक्षक को एक स्थानीय बाजार में जूट के बनी बोरियां बेचने को लेकर निलंबित किया गया है। ऐसे में सरकार के कदम की आलोचना हो रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार निलंबित किए गए शिक्षक मोहम्मद तमिजुद्दीन कटिहार में कडवा ब्लॉक के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में संविदा पर शिक्षक सहित प्रधानाध्यापक थे। इनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वे बाजार में अपने सिर पर बोरियां रखकर बेचते नजर आ रहे हैं।

इसके बाद शिक्षा विभाग की अनुशंसा पर पंचायती राज विभाग की ओर से 8 अगस्त को उनके निलंबन का पत्र जारी किया गया था। 

राज्य सरकार ने पहले जारी किए थे बोरियों को बेचने के आदेश

दिलचस्प ये भी है कि राज्य सरकार के एक आदेश के अनुसार स्कूलों को सभी वैसी बोरियां बेचने के निर्देश दिए गए हैं जिसमें मिडडे मील के लिए अनाज रख कर सप्लाई किया जाता है। स्कूलों को कहा गया है कि वे 2014-15 और 2015-16 के वित्तीय वर्ष के ऐसे सभी झोले बेच दें।

मिडडे मील स्कीम के डायरेक्टर सतीश चंद्र झा की ओर से 22 जुलाई को ये पत्र जारी किया गया था। इसमें सभी बोरियों को 10 रुपये पर बेचने को कहा गया था। साथ ही इसके लिए स्कूलों को अलग से रिकॉर्ड रखने को भी कहा गया।    

बहरहाल, प्राइमरी स्कूल के शिक्षक के निलंबन को बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन शर्मा ने 'तुगलकी फरमान' बताया है। उन्होंने कहा, राज्य सरकार हर दूसरी चीज के लिए शिक्षकों को जिम्मेदार ठहरा रही है। हमने पहले ही ये मांग रखी थी कि शिक्षकों को अध्यापन से इतर दूसरे कार्यों से मुक्त रखा जाए। विभाग को शिक्षक को निलंबित करने के बजाय कारण बताओ नोटिस जारी करना चाहिए था।'

शिक्षक करेंगे निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन

मोहम्मद तमिजुद्दीन के निलंबन के खिलाफ कई प्राथमिक शिक्षक संघों ने धरना-प्रदर्शन करने का फैसला किया है। कई शिक्षक संघ 13 अगस्त को अपने ब्लॉक के मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे। साथ ही 16 अगस्त को जिला मुख्यालयों में भी प्रदर्शन की योजना है।

इस बीच कटिहार के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) देवबिंद कुमार सिंह ने कहा कि तमिजुद्दीन के खिलाफ कार्रवाई विभागीय आदेश को नहीं मानने और शिक्षकों सहित शिक्षा विभाग और राज्य की छवि को खराब करने को लेकर किया गया है।

उन्होंने कहा, स्कूलों को खाली बोरियों को बेचने और इससे मिले पैसों को स्कूल के फंड में डालने को कहा गया था। हालांकि, जिस तरह से वे बोरियां बेच रहे थे वह शिक्षकों के आचरण संहिता के खिलाफ था। उन्होंने अपने सिर पर बोरियां रखते हुए और एक कार्ड हाथ में रखकर नुक्कड़ नाटक करते हुए बिहार की छवि को नुकसान पहुंचाया है। इसलिए उनका निलंबन पत्र भेजा गया है और विभागीय कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।

 

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