जदयू में आरसीपी का चैप्टर क्लोज हो गया है!, कुशवाहा बोले- 2020 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को किया कमजोर
By एस पी सिन्हा | Published: July 10, 2022 05:20 PM2022-07-10T17:20:47+5:302022-07-10T17:21:54+5:30
आरसीपी सिंह ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपने गांव में डेरा डाल दिया है और पूरी तरह चुप्पी साध ली है.
पटनाः पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को लेकर जदयू अब किसी तरह से समझौते के मूड में नहीं दिख रही है. ऐसे में अब यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि जदयू में आरसीपी सिंह का चैप्टर क्या क्लोज हो गया है? क्या अब जदयू में आरसीपी के नाम मात्र के दिन बचे हैं?
इसबीच जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एकबार फिर से साफ कर दिया है कि पार्टी आरसीपी सिंह के लिए कोई भूमिका नहीं तय करने जा रही है, आरसीपी को अब खुद अपनी भूमिका तय करनी होगी. उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा दिया है कि पार्टी ने उन्हें सब कुछ दे दिया है, अब उनके लिए क्या बचा है?
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जदयू ने उन्हें दो-दो बार राज्यसभा भेजा, केंद्र में मंत्री भी रहे. पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर भी आरसीपी रहे, इससे अधिक और क्या दिया जा सकता है. आगे उनको क्या करना है, वो खुद तय करेंगे. पार्टी में जो सबसे बड़ा पद था उन्हें मिल चुका है. किसी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष से बड़ा पद कोई नहीं होता है.
उन्होंने इशारों ही इशारों में यह कह दिया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कुछ लोगों ने जान-बूझकर नीतीश कुमार को कमजोर करने की कोशिश की थी. जिन्हें पार्टी की पूरी जिम्मेदारी दी थी, उन्होंने कितनी ईमानदारी से इसका निर्वहन किया था? यह चुनाव परिणाम बताता है.
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी का हेड होता है क्रेडिट और डिस्क्रेडिट उसको ही जाता है. 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का परफॉरमेंस बेहतर नहीं रहा. यहां बता दें कि जदयू के तरफ से छोटे से लेकर बडे़ नेता तक आरसीपी सिंह पर हमलावर हैं. सूत्रों की माने तो दल के वरिष्ठ नेता इस मौके की ताक में हैं कि आरसीपी सिंह कुछ ऐसा करें, जिससे पार्टी उन पर कार्रवाई कर सके.
वहीं, आरसीपी सिंह ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अपने गांव में डेरा डाल दिया है और पूरी तरह चुप्पी साध ली है. अब इंतजार इस बात का है कि आरसीपी सिंह अपने ऊपर हो रहे हमले पर किस तरह पलटवार करते हैं.