लाइव न्यूज़ :

सीएम नीतीश कुमार के बाद राजद प्रमुख लालू यादव पर बरसे कुशवाहा, कहा- 33 साल से सत्ता आप भोग रहे हैं और शोषण दूसरा करेगा? ये नाटक बंद करें...

By एस पी सिन्हा | Updated: February 2, 2023 18:14 IST

बिहारः जगदेव बाबू 10 फीसदी लोगों से सत्ता खींच लाये, लेकिन लालू परिवार सबसे बड़ा शोषक बन गया। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 33 साल से सत्ता आप भोग रहे हैं और शोषण दूसरा करेगा? ये नाटक करना बंद कर दीजिये।

Open in App
ठळक मुद्देराजद ने जगदेव जयंती समारोह कर घड़ियाली आंसू बहाये। जगदेव प्रसाद की जयंती के बहाने ओछी राजनीति कर लोगों को भ्रम में डालने की कोशिश की।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि क्यों राजद के लोग आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं?

पटनाः बिहार में सत्तासीन जदयू में बगावत का झंडा बुलंद करने वाले संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ राजद पर भी निशाना साधा है।

 

पटना में गुरुवार को महात्मा फूले समता परिषद की ओर से आयोजित “भारत लेनिन” अमर शहीद जगदेव प्रसाद जयंती के बहाने उन्होंने तेजस्वी यादव को बताया कि बिहार के पिछड़े-दलितों का सबसे बडा शोषक कौन है? कुशवाहा ने कहा कि जगदेव बाबू ने पिछड़े-दलितों को सत्ता में लाने की बात कही थी।

जगदेव बाबू 10 फीसदी लोगों से सत्ता खींच लाये, लेकिन उसके बाद लालू परिवार सबसे बड़ा शोषक बन गया।कुशवाहा ने कहा कि 33 साल से सत्ता आप भोग रहे हैं और शोषण दूसरा करेगा? ये नाटक करना बंद कर दीजिये। लालू परिवार ने अति पिछड़ों और दलितों का सबसे ज्यादा शोषण किया है।

उन्होंने कहा कि जगदेव बाबू जब थे तो अलग टारगेट था, आज का टारगेट अलग है। इसे समझ लीजिये। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले राजद ने जगदेव जयंती समारोह कर घड़ियाली आंसू बहाये। जगदेव प्रसाद की जयंती के बहाने ओछी राजनीति कर लोगों को भ्रम में डालने की कोशिश की।

उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि राजद के साथ जो डील हुई है, वो बता दें नहीं तो हमलोग खुद एक्शन लेंगे। उन्होंने कहा कि राजद ने कभी किसी की चिंता नहीं की है। मेरी पार्टी कमजोर हो रही है। जिन्होंने नीतीश कुमार को मजबूत बनाया, आज वो सहमे हुए हैं।

कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि क्यों राजद के लोग आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं? जनता जिसे ताकत देती है वो सत्ता में होते हैं। वह नीतीश कुमार तो ताकत देना चाहते हैं, लेकिन हम लोग संशकित हैं। नीतीश कुमार को लवकुश, अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित अलग-अलग समुदाय के लोगों ने ताकत दी है।

उन्होंने कहा कि 10 फिसदी लोगों की सत्ता की बात तो करते हैं, लेकिन गंगा जिस तरह से शंकर की जटा में फंस गई थी, उसी तरह से यहां भी फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज जदयू के नेता कार्यकर्ता और समर्थक भ्रम में हैं। बापू सभागार में जोर जोर से 90 फीसदी लोग की भागीदारी की बात की गई। 90 फीसदी की भागीदारी आज कौन कह रहा है? किसके हाथ में सत्ता है?

उन्होंने कहा कि जगदेव की कल्पना थी कि सत्ता समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। समाज का अंतिम व्यक्ति बिहार का एक परिवार नहीं है। उसी परिवार के लोग जोर जोर से चीख रहे हैं। कुशवाहा ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि 15 साल अकेले राज किया, अब भी जब सत्ता में हैं तो अति पिछड़ा समाज के किस व्यक्ति को बढ़ाने का काम किया? किस अति पिछड़ा दलित को सत्ता में मजबूत भागीदारी दी?

टॅग्स :उपेंद्र कुशवाहानीतीश कुमारलालू प्रसाद यादवआरजेडीBJPतेजस्वी यादव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारतबिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- बिहार में किसी तरह का तनाव या विभाजन का माहौल नहीं

भारत अधिक खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश