बिहारः जदयू ने नई प्रदेश कमेटी में महिलाओं को दी 33 फीसद हिस्सेदारी, पार्टी का दावा-देश में किसी पार्टी ने नहीं किया ऐसा काम
By एस पी सिन्हा | Updated: June 24, 2021 18:23 IST2021-06-24T18:19:56+5:302021-06-24T18:23:29+5:30
बिहार में सत्तारूढ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपनी नई प्रदेश कमेटी में 33 फीसदी हिस्सेदारी देते हुए महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर दी है।

नीतीश कुमार। (फाइल फोटो )
पटना: बिहार में सत्तारूढ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपनी नई प्रदेश कमेटी में 33 फीसदी हिस्सेदारी देते हुए महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर दी है। संभवतः जदयू ऐसी पहली पार्टी बन गई है, जिसने पार्टी में महिला आरक्षण का ऐलान कर दिया है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नई कमेटी की घोषणा करते हुए सूची जारी की है। नीतीश कुमार के संकल्प पर आगे चलते हुए उनकी पार्टी ने संगठन में महिलाओं को 33 फ़ीसदी हिस्सेदारी दी है। कमेटी में सामाजिक, क्षेत्रीय समीकरण का पूरा ध्यान रखा गया है।
पहली बार जदयू ने दी 33 फीसद हिस्सेदारी
प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया है कि देश में जदयू पहली पार्टी है जिसने महिलाओं को 33 फीसद से अधिक की हिस्सेदारी दी है। इससे पहले यह काम किसी पार्टी ने नहीं किया है। प्रदेश कोषाध्यक्ष विधान पार्षद ललन सर्राफ बनाए गए हैं। उमेश कुशवाहा की नई टीम में 29 लोगों को उपाध्यक्ष, 60 लोगों को महासचिव, 114 लोगों को सचिव और एक व्यक्ति को कोषाध्यक्ष बनाया है। इस बार 7 लोगों को पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया है।
नए चेहरों से सजी टीम
पार्टी अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की इस टीम में कई नए चेहरों को शामिल किया गया है। बिहार चुनाव के बाद पहली बार पार्टी में इतना बडा फेरबदल हुआ है। विधानसभा चुनाव में जीत से दूर रहनेवाले कई पूर्व मंत्रियों और विधायकों को इस बार संगठन में जगह दी गई है।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का विलय
इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा का जदयू में विलय हो गया। इसके कारण भी उमेश कुशवाहा की नई टीम बनने में देर हुई। नई टीम में उपेंद्र के के साथ आए कई चेहरों को अहम जिम्मेदारी मिली है।