जनता दरबारः नए साल पर 77 समस्याएं सुनीं, व्यवस्था की पोल खोली, सीएम नीतीश ने डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया
By एस पी सिन्हा | Published: January 2, 2023 05:18 PM2023-01-02T17:18:20+5:302023-01-02T17:19:05+5:30
बिहारः शिकायत लेकर सितंबर 2022 में पिताजी जनता दरबार में आए थे। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए।
पटनाः नए साल के पहली जनता दरबार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आज सोमवार को खट्टा-मीठा अनुभव होता रहा। कुछ फरियदियों ने जहां तारीफों के पुल बांधे तो वहीं अधिकांश ने व्यवस्था की पोल खोकर रख दी। इस खट्टे-मीठे अनुभवों के साथ मुख्यमंत्री ने कुल 77 लोगों के समस्याएं सुनी और डीजीपी समेत अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री राज्य के कई जिलों से आये फरियादियों की शिकायतों को सुनते रहे और इसका तुरंत निपटारा करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को देते रहे। इस कड़ी में आज एक बेहद ही रोचक वाकया देखने को मिला। जनता दरबार में आए एक फरियादी ने अपनी फरियाद पर मुख्यमंत्री को तुरंत निर्णय लेता देखकर भावुक हो गया।
उसने कहा कि जबसे आपकी सरकार आई है, तबसे हमलोग बेहद खुश हैं। जब भी पटना आते हैं तो कुछ ने कुछ बदला हुआ ही दिखता है। इसके साथ ही उसने कहा सर आप रियल में विशकर्मा हैं। वहीं, मुजफ्फरपुर से आई एक फरियादी ने बताया कि उनके इंजीनियर भाई की हत्या हो गई है। दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
इसकी शिकायत लेकर सितंबर 2022 में पिताजी जनता दरबार में आए थे। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह सुनकर मुख्यमंत्री नाराज हो गए। उन्होंने पास खड़े अधिकारी को कहा कि लगाओ तो जरा गृह वाले को। मुख्यमंत्री ने दूसरी तरफ फोन पर मौजूद अधिकारी को कहा कि, ‘अरे भाई एक महिला आई हुई है, मुजफ्फरपुर की...ये कह रही है कि 2021 में इसके इंजीनियर भाई की हत्या कर दी गई थी.. सितंबर महीने में जनता दरबार में इसके पिताजी भी आए हुए थे.. ई काहे नहीं हो रहा है भाई.. तुरंत दिखवाइए।
सितंबर में तो आप लोग रहे ही होंगे न जी...सितंबर में जब कहा गया तो फिर एक्शन काहे नहीं हुआ.. इसको देखिए..देखिए काहे ऐसा हो रहा है..इसलिए आपको कह रहे हैं। वहीं हत्या के एक मामले में डीएसपी द्वारा आरोपी को बचाए जाने की शिकायत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत डीजीपी आरएस भट्टी को फोन लगा दिया।
इसतरह से जनता दरबार में आज अपराध से जुड़े ऐसे कई मामले आए जिसमें पुलिस का नाकामी सामने आई। सीवान से आए कई फरियादियों ने केस दर्ज होने के बावजूद पुलिस द्वारा अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं करने की शिकायत मुख्यमंत्री से की।
इसबीच आज जनता दरबार में देर पहुंचे एक अधिकारी को मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर कहा,''आ गए.... बड़ी स्वागत है आपका, अधिकारी ने जवाब दिया- सर आ गए थे तो मुख्यमंत्री बोले- कहां आ गए थे...आप तो गायब थे, लेट काहे थे, लेट हैं। आप सब लेटे हैं। वहीं, भूमि विवाद से जुड़े एक मामले में मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को खोजा।
पूछा वो नहीं आये हैं क्या.....कहां हैं? इसके बाद राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव के बारे में पता किया गया। जानकारी मिली कि वे छुट्टी पर हैं। उस विभाग के सचिव जय सिंह मौजूद थे। मुख्यमंत्री को बताया गया कि अपर मुख्य सचिव नहीं हैं, लेकिन उनकी जगह पर विभाग के सचिव जय सिंह मौजूद हैं।