पटनाः केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के लखीसराय में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों की एकता पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये विपक्षी एकता वाली 20 पार्टियां कौन हैं? ये वही हैं न जिसने 20 लाख करोड़ का घोटाला किया है। जो सत्ता के लिए सारी सिद्धांतों को छोड़ दे, उस पर भरोसा किया जा सकता है क्या?
सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पटना आने पर मुझे बताया गया बारिश और आंधी है, मुंगेर नहीं जा पाएंगे लेकिन मैं अशोक धाम की कृपा से यहां आया हूं। वहीं, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के गढ़ में ललकारते हुए अमित शाह ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला।
उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू कुछ तो शर्म करो, जिसने आपको गद्दी दी, उसी पर आप सवाल उठा रहे हो। शाह ने कहा कि कुछ लोग सत्ता के लिए सारे सिद्धांतों को छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है? उन्होंने कहा कि नीतीश आज पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट चूम रहे हैं। लालू को वे मूर्ख बना रहे हैं।
शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाइश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं। वहीं, पटना में हुई विपक्षी दलों की महाबैठक पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी बहुत बड़ा फोटो देखा। फोटो देखकर आश्चर्य हुआ।
उन्होंने कहा कि यह बिहार की भूमि है, जयप्रकाश की भूमि है जहां से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हुई थी। नीतीश बाबू आपको शर्म आनी चाहिए। 20 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार करने वाले कांग्रेस, लालू प्रसाद यादव, अरविंद केजरीवाल के साथ बैठकर सत्ता हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। आप जरा बताओ जो आदमी सत्ता के लिए सारे सिद्धांत को छोड़ दे उस पर भरोसा कर सकते हैं क्या?
अरे नीतीश बाबू आप किस मुंह से कांग्रेश और लालू प्रसाद के साथ बैठ गए? अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस करीब बीस साल से लगातार राहुल बाबू की लॉटरी लगाने की कोशिश में लगी है। इस बार पटना में भी राहुल की ही लॉटरी खोली गई थी।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने झंझारपुर में मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज, बक्सर में कॉलेज, 1360 मेगावाट की क्षमता वाला चौसा में एनटीपीसी का पावर प्लांट का काम चालू किया है, मधेपुरा में मछली चारा मिल भी भी स्थापित की गई है।
नीतीश बाबू आप बताएं, आपने क्या किया? ऐसे व्यक्ति पर भरोसा कर सकते हैं क्या, इनके हाथों में बिहार सौंप सकते हैं क्या? नीतीश बिहार में ही रहना चाहते हैं। सीएम बने रहना चाह रहे हैं। इसलिए सभी भाजपा विरोधियों को इकट्ठा कर रहे हैं।