बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने राम मंदिर को लेकर दिया विवादित बयान, कहा, शोषण के स्थल हैं मंदिर
By एस पी सिन्हा | Published: January 8, 2024 09:02 PM2024-01-08T21:02:41+5:302024-01-08T21:04:02+5:30
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने कहा है कि अयोध्या में जो राम मंदिर का निर्माण किया गया है, वह निश्चित तौर पर शोषण का स्थल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदूवाद के जरिए समाज को बांट रही है।
पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर यादव अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा के केन्द्र में रहते हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर उन्होंने राम मंदिर पर विवादित टिप्पणी की है। शिक्षा मंत्री ने इस बार अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को शोषण का स्थल बताया है। उन्होंने मंदिर को लूटपाट की जगह बताया है। प्रो. चंद्रशेखर यादव ने कहा है कि अयोध्या में जो राम मंदिर का निर्माण किया गया है, वह निश्चित तौर पर शोषण का स्थल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदूवाद के जरिए समाज को बांट रही है।
शिक्षा मंत्री ने राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह के द्वारा हिंदू देवीए- देवताओं को लेकर दिए जा रहे बयान का समर्थन करते हुए कहा कि आज छद्म हिंदूवाद से सावधान रहने की जरूरत है। प्रो. चंद्रशेखर यादव ने लोगों से पूछा कि अगर आपको चोट लगेगी तो आप मंदिर जाओगे या अस्पताल? उन्होंने कहा कि अगर आपको ज्ञान अर्जित करना है, पढ़ लिखकर बड़ा अधिकारी या होशियार बनना है तो विद्यालय जाना होगा। मंदिर जाने से काम नहीं चलेगा।
शिक्षा मंत्री ने इससे पहले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भगवान के अंदर प्राण देने का अधिकार किसको है? उन्होंने कहा था कि भगवान तो सर्वव्यापी हैं, ऐसे में कोई भगवान के अंदर प्राण नहीं दे सकता है। वहीं राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या जाने के सवाल पर प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे न्यौता मिलेगा तो जाऊंगा, नहीं मिलेगा तो नहीं जाऊंगा।
उन्होंने कहा कि मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का रास्ता है। इस बयान के बाद शिक्षा मंत्री एक बार फिर से निशाने पर आ गए हैं। भाजपा ने शिक्षा मंत्री के बयान पर गहरी आपत्ति दर्ज की है। बिहार भाजपा ने चेताते हुए कहा कि ऐसे बयान देने वाले लोग अपना अलग जगह तलाश लें। बिहार में रहने का उन्हें कोई हक नहीं है। पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि शिक्षा मंत्री की मानसिक स्थिति खराब है लिहाजा उन्हें इलाज की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जब से वे शिक्षा मंत्री बने हैं, तभी से उनका दिमाग खराब हो गया है। लगातार अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं। ये लोग देख रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम का जो प्रभाव है, वो पूरे देश में इस तरह से फैला हुआ है कि इन लोगों की जमीन खिसकते जा रही है। आने वाले दिनों में इन लोगों को एक भी वोट नहीं मिलने वाला है। अल्पसंख्यक वर्ग भी इनसे दूरी बना रहा है इसलिए ये लोग तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं।