बिहार: डी राजा ने छात्रों से कहा, "आपके कंधों पर देश की जिम्मेदारी, खोलिये मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 29, 2023 11:15 AM2023-09-29T11:15:14+5:302023-09-29T11:19:35+5:30
सीपीआई नेता डी राजा ने बिहार में छात्रों से कहा कि वो केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलें क्योंकि देश के भविष्य की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर है।
बेगुसराय: भारतीय साम्यवादी पार्टी (सीपीआई) के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने बिहार में छात्रों से कहा कि वो केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलें क्योंकि देश के भविष्य की जिम्मेदारी उन्ही के कंधों पर है। इसके साथ ही डी राजा ने मोदी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि उनका काम केवल बड़े व्यवसायों के हितों की सेवा करना है।
बेगुसराय में सीपीआई की छात्र शाखा ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) के राष्ट्रीय सम्मेलन में गुरुवार को हिस्सा लेते हुए राजा ने भाजपा पर आरएसएस की "फासीवादी" विचारधारा को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा संघ के उद्देश्य "जाति पदानुक्रम और पितृसत्ता" को कायम रखने के लिए काम कर रही है।
उन्होने कहा, "साल 2014 में पीएम मोदी इस वादे के साथ सत्ता में आये थे कि वो हर साल दो करोड़ नौकरियों देंगे। अदर उनकी बात पर भरोसा करें तो देश में अब तक 18 करोड़ नौकरियां पैदा होना चाहिए थीं? कहां हैं वो नौकरियां ? उस काले धन का क्या हुआ, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया था कि हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये मिलेंगे?"
इसके साथ ही राजा ने आरोप लगाया कि मोदी की सबसे बड़ी विशेषता "झूठ" बोलना है, जो 'सत्यमेव जयते' के आदर्श वाक्य के बिल्कुल विपरीत है और वर्तमान शासन के 'विश्वकर्मा' योजना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे कदम देश के लिए "भयावह" साबित होंगे।
उन्होंने दावा किया, "विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नाई और बढ़ई के बच्चे अपने पिता के व्यवसाय को जारी रखें। यह आरएसएस का विचार है, जो जाति असमानता और पितृसत्ता को वैध बनाना चाहता है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार केवल बड़े व्यवसायियों मसलन अडानी और अंबानी जैसे मित्रों के हितों को बढ़ावा देने में रुचि रखती है।
डी राजा ने छात्रों से कहा, "छात्र राजनीति में भाग लेने से बच नहीं सकते क्योंकि संविधान में गारंटीकृत सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर उनके कंधे पर इसकी जिम्मेदारी है। इसलिए आपको मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना होगा।"