पटनाः बिहार में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर से धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है। लंबे समय के बाद राज्य में थमा संक्रमण का संकट अब फिर से गहराने लगा है।
राज्य में वर्तमान हालात यह है कि प्रतिदिन अब औसतन 41 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने लगे हैं. पिछले 5 दिनों में ही 200 से अधिक मरीजों की पहचान हो चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में स्वास्थ्य विभाग शुरू से ही कोरोना को लेकर गंभीर है।
पिछले साल से अब तक विभाग की ओर से गंभीरता से काम किया जा रहा है, उसी का आज परिणाम है कि बिहार के अंदर 350 से भी कम मरीज है। उन्होंने बताया कि बिहार के 6 जिलें ऐसे हैं, जहां शून्य मरीज हैं. कोरोना के रिकवरी रेट 99.29 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि विगत कुछ दिनों में जब कोरोना का प्रभाव बढते हुए दिखा तब हम सभी परिस्थितियों पर नजर रखे हुए हैं और उसपर काम भी हो रहा है। लगातार हमारे टेस्टिंग का काम जारी है। आने वाले दिनों में टेस्टिंग की संख्या बढाई जाएगी। इसके साथ ही जो हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर रैंडम टेस्ट की व्यवस्था होगी।
साथ ही जो लोग बिहार, महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों से आएंगे उनलोगों के स्वास्थ्य पर विशेष नजर रहेगी। उन्होंने कहा हर जिलों में सिविल सर्जन निगरानी पर रहेंगे। होली को देखते हुए होली मिलन समारोह पर भी रोक रहेगी ताकि कही भीड़-भाड़ न रहे। कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके। साथ ही लोगों से भी अपील है कि मास्क लगाए, सोशल डिस्टेन्स बना कर रहें।
उन्होंने कहा कि जो लोग बाहर से आएंगे, वह अगर अपने साथ कोरोना की जांच रिपोर्ट साथ लेकर आएंगे तो ठीक है नहीं तो यही उनका रैपिड कोरोना टेस्ट किया जाएगा। स्कूलों के बंद करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का सीएमजी समय समय पर इसकी समीक्षा करता है. कल भी इसपर बैठक हुई है। आवश्यकता के अनुसार इसपर निर्णय लिया जाएगा।
इसतह राज्य सरकार कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर सतर्क हो गई है। होली में अपने घर वापस लौटने वालों पर भी खासा नजर रखा जा रहा है। पटना के बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन तक पर रैंडम जांच की जा रही है। बता दें कि रविवार तक सूबे में कोरोना के 337 सक्रिय मामले थे। चूंकि कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ा है, इसलिए बिहार अलर्ट मोड पर है।
राजधानी पटना में भी कोरोना के मामले पहले की तुलना में बढ़ने लगे हैं। पहले एक दिन में जहां 6 से 9 मरीज पाये जा रहे थे, वहीं अब इसकी संख्या 20 से 30 जा रही है। वहीं सक्रिय मामले में भी बढ़ोतरी हुई है। सूत्रों के अनुसार संक्रमितों में अधिकतर लोग वो हैं जो यात्रा करते हैं और बाहर से आ रहे हैं। भीड़-भाड़ से भी आने वाले लोगों में ये मामले पाये जा रहे हैं।
वहीं राजधानी में कोरेंटिन सेंटर को फिर से खोलने पर विचार किये जाने की बात चल रही है. भागलपुर जिले में एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ है। 19 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गये हैं। सोमवार को एंटीजन रैपिड कोरोना जांच में एक साथ एक ही परिवार के 11 लोग संक्रमित मिले. वहीं भागलपुर शहरी क्षेत्र के आठ लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं।
अब इन लोगों के संपर्क में आये सभी लोगों की भी जांच कराई जायेगी ताकि कोरोना चेन का पता चल सके। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ से एक व्यक्ति भागलपुर पहुंचा और रविवार को श्राद्ध कर्म में शामिल हुआ। इस दौरान जांच में वह पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद परिवार के सभी लोगों की जांच की गयी, तो 11 लोग संक्रमित पाये गये. इसमें एक तीन साल का बच्चा व तीन बैंककर्मी भी शामिल हैं। सभी होम आइसोलेशन में हैं।