पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर हमला किया। नीतीश ने कहा कि जब हम एनडीए से अलग हुए तो मणिपुर के हमारे सभी 6 विधायक आए, हमसे मिले और हमें आश्वासन दिया कि वे JDU के साथ हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या हो रहा है।
वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, क्या यह संवैधानिक है? विपक्ष 2024 के चुनाव के लिए एकजुट होगा तो भाजपा की सरकार केंद्र से जा सकती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिशन 2024 के लिए अभी से ही जुट गये हैं। इसी सिलसिले में वह 5 सितंबर को अपने दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली रवाना होने वाले हैं। सूत्रों की मानें तो अगले दो दिनों तक वह दिल्ली में ही रहेंगे।
इस दौरान उनकी मुलाकात विपक्षी दलों के अन्य नेताओं से भी होगी। नीतीश कुमार के इस दौरे को काफी खास माना जा रहा है। इस दौरान नीतीश कुमार देश में विपक्ष को एकजुट करने प्रयास करेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजापा से नाता तोड़ने के बाद महागठबंधन के साथ जाते ही प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर चर्चा तेज है।
अब वह खुद को मिशन-2024 के लिए लॉन्च करने के प्रयास में जुट गये हैं। बताया जाता है कि नीतीश कुमार दिल्ली में 5 से 7 सितंबर तक रहेंगे। दिल्ली दौरे पर नीतीश कुमार की मुलाकात कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी हो सकती है। हालांकि, सोनिया गांधी से लगातार उनकी फोन पर बातचीत हो रही है।
लेकिन महागठबंधन के नेता के तौर पर बिहार की कमान संभालने के बाद नीतीश कुमार पहली दफे दिल्ली जा रहे हैं। इसके अलावा नीतीश कुमार अन्य दलों के भी शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर विपक्षी एकता को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। वहीं जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने भी कहा है कि नीतीश कुमार जल्द ही देशभर की विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाने के लिए देशव्यापी अभियान पर निकलने वाले हैं।
ऐसे में नीतीश कुमार का यह दिल्ली दौरा कई मायनों में खास माना जा रहा है। जदयू की ओर से कई बार कहा गया है कि नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में अभी से ही जुट गये हैं। वे भाजपा को पराजित करने के लिए अलग-अलग राज्यों के विपक्षी नेताओं से मुलाकारत कर अपनी मुहिम में तेजी लाना चाह रहे हैं।
पिछले दिनों तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. सी आर बिहार पहुंचे थे और यहां उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। बिहार में सत्तारूढ़ जदयू की शुक्रवार से तीन दिवसीय बैठक शुरू हुई। इस बैठक में भाजपा का सामूहिक रूप से मुकाबला करने के अलावा महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रमुखता से चर्चा हुई।
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एकजुट विपक्ष का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनने की चर्चा जोरों पर है। वहीं इस बैठक में शामिल हुए नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक सुर में नारा लगाना शुरू कर दिया है- देश का प्रधानमंत्री कैसा हो…नीतीश कुमार जैसा हो।