लोजपा में चाचा-भतीजे के बीच जंग जारी, चिराग ने अपने चाचा पारस को दी चेतावनी, जांच करवा दी जाए तो...
By एस पी सिन्हा | Published: February 15, 2023 05:40 PM2023-02-15T17:40:42+5:302023-02-15T17:42:49+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चिराग पासवान ने कहा कि अपने नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। हिम्मत ही नहीं है।
पटनाः पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास के निधन के बाद लोजपा में चाचा और भतीजे के बीच जारी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। चाचा पशुपति पारस के द्वारा यह कहे जाने पर कि रामविलास पासवान का राजनीतिक उत्तराधिकारी मैं हूं। इसपर लोजपा(रामविलास) प्रमुख व सांसद चिराग पासवान भड़क गये हैं।
उन्होंने अपने चाचा को चेतावनी देते हुए कहा है कि मेरे पापा की संपत्ति का अधिकार सिर्फ मेरा और मेरी मम्मी का हो सकता है। बेटा होने के नाते रामविलास पासवान की संपत्ति पर उनका अधिकार है। उन्होंने कहा कि यदि सही से जमीन जायदाद की जांच करवा दी जाए तो फिर चाचा पशुपति पारस बहुत बड़े चक्कर में पड़ जाएंगे। इसलिए उनको इन सब मामलों में चुप ही रहना चाहिए।
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चिराग ने कहा कि वह अपने नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। इतनी उनमें हिम्मत ही नहीं है। उनकी पार्टी के नेता एक के बाद विवादित बयान देते हैं, लेकिन नीतीश कुमार सिर्फ सुनने के अलावा और कुछ नहीं कर पाते हैं।
दरअसल चिराग पासवान जदयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के द्वारा सेना को लेकर दिए गए बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने नीतीश कुमार और उनकी पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये लोग इस तरह की बयानबाजी कर अपनी लोगों को आपस में बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
इन्हें बिहारियों के हालातों पर फर्क नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री तो अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करते तो अपने नेताओं पर क्या ही कार्रवाई करने की उम्मीद उनसे रखी जाए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि आज की तारीख में मुख्यमंत्री महज एक कठपुतली बनकर रह गए हैं। उनसे कोई निर्णय नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि आज के समय में नीतीश कुमार इतने कमजोर मुख्यमंत्री हो गए हैं कि वह अपराधियों को तो सजा दिला नहीं पाते है। अपने नेताओं पर क्या कार्रवाई करेंगे? जो कि खुद से एक फैसला भी नहीं ले सकता है। हर काम के लिए उन्हें अनुमति लेना पड़ता है। चिराग पासवान ने कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति को नीचा दिखाने के लिए कुछ पार्टियां सेना को मुद्दा बनाती हैं।
उनके पास जनता से संबंधित मुद्दे नहीं है। ऐसे में बार बार सेना के शौर्य पर निशाना साधा जाता है। वह सेना जो सीमा पर रहकर देश के लोगों की रक्षा करती है। इन पार्टियों को महंगाई, राज्य में बढ़ते अपराध पर कभी नहीं कहना होता है।
एक विवादित बयान दिया और कई दिनों तक सुर्खियों में बने रहते हैं। उन्हें लगता है कि ऐसे बयान देकर वह पार्टी का भला करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इस तरह के बयान के कारण ही उन लोगों को बार-बार नुकसान उठाना पड़ रहा है।