पटनाः बिहार के वर्तमान मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा 31 अगस्त को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार ने अभी तक नए मुख्य सचिव के नाम का ऐलान नहीं कर सकी है। ऐसे में नए मुख्य सचिव को लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया है। चर्चा है कि कई आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव की दौड़ शामिल में हैं। जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, उनमें चैतन्य प्रसाद, संजय कुमार, एस सिद्धार्थ, प्रत्यय अमृत, केके पाठक और राजित पुनहानी के नाम शामिल हैं। बताया जाता है कि वरीयता के हिसाब से पहला नाम आईएएस अधिकारी अमृत लाल मीणा का है।
वह 1989 बैच के आईएएस हैं और जुलाई 2025 में सेवानिवृत होंगे। मीणा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं और कोयला मंत्रालय में सचिव हैं। उनके बिहार लौटने और मुख्य सचिव बनने की संभावना कम है। वैसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चाहा तो मीणा बिहार आ सकते हैं। दूसरे नंबर पर जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव और विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद हैं।
वह 1990 बैच के आईएएस हैं और अगस्त 2025 में सेवानिवृत होंगे। जानकारों के अनुसार चैतन्य प्रसाद को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। तीसरा नाम प्रत्यय अमृत का है। अमृत 1991 बैच के आईएएस हैं और जुलाई 2027 में सेवानिवृत्त होंगे। स्वास्थ्य विभाग के अलावा पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव सहित कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं।
चौथा नाम 1990 बैच के आईएएस अधिकारी केके पाठक का है। 2025 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले केके पाठक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहते हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही मुहर लगा दी है। जबकि पांचवा नाम 1991 बैच के अधिकारी एस सिद्धार्थ का है। वह नवंबर 2025 में सेवानिवृत होंगे।
सिद्धार्थ बतौर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के साथ कैबिनेट सचिव और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की भी जिम्मेवारी संभाल रहे हैं। एक और नाम की चर्चा है। वह है 1992 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक कुमार का। बिहार के साथ केंद्र में भी वे महत्वपूर्ण विभागों को संभाल चुके हैं। वर्तमान में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं।