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बिहार में सत्ता निरंकुश और सरकार अहंकार में मदमस्त, विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश और तेजस्वी पर किया हमला

By एस पी सिन्हा | Updated: January 10, 2023 17:19 IST

बिहारः छपरा में जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवारों से मिलना तक मुनासिब नहीं समझा।

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ठळक मुद्देमुख्यमंत्री सत्ता मद में चूर होकर शब्दों और व्यवहार की मर्यादा की सीमा को लांघने लगे हैं।लाठीचार्ज की रणनीति अपनाने वाली सरकार पर जनता का लाठी पड़ना तय है।आखिर जनता की आवाज को कौन सरकार तक पहुंचाएगा? 

पटनाः बिहार में भाजपा के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमला बोला जा रहा है। इसी कड़ी में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने एक बार फिर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर एक साथ हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में सत्ता निरंकुश हो गई है और सरकार अहंकार में मदमस्त है।

नीतीश की संवेदनहीन सरकार को जनता के दुख-दर्द से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जिस छपरा में जहरीली शराब पीने से सैकड़ों लोगों की जान चली गई, वहां जाकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवारों से मिलना तक मुनासिब नहीं समझा। यात्रा चमकाकर दोनों वापस चले आए, लेकिन उन्हें पीड़ितों की चित्कार नहीं सुनाई दी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता मद में चूर होकर शब्दों और व्यवहार की मर्यादा की सीमा को लांघने लगे हैं। मदांध और निरंकुश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सारण की धरती पर आप दोनों संवेदनहीनता की सीमा रेखा को भी तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संवेदना बिल्कुल मर चुकी है।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक भ्रमण पर सारण तो गए, लेकिन गरीब, दलित, शोषित और कमजोर वर्ग के अनाथ बच्चों और विधवाओं से मिलकर उनका आंसू पोछना मुनासिब नहीं समझा। मुआवजा की बात तो छोड़ ही दें। जो मुख्यमंत्री "जो पिएगा वो मरेगा" जैसे संवेदनहीन वाक्यों का प्रयोग अपनी जनता के लिए करता हो उसका विचार स्वाभाविक तौर पर कुत्सित होगा।

युवाओं को रोजगार देने के बदले लाठीचार्ज की रणनीति अपनाने वाली सरकार पर जनता का लाठी पड़ना तय है। कोई नहीं बचा सकता नीतीश कुमार आपको। पलटुराम जी आपकी नीति और नियत को बिहार की जनता समझ चुकी है।

बहुत जल्द आपकी कुर्सी जनता के दर्द और आह के जलजला में डूब जायेगा और यह जो समस्या यात्रा आपने शुरू की है वह विदाई यात्रा में बदल जायेगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में राजतंत्र नहीं बल्कि लोकतंत्र है, विधायक अगर प्रशासनिक अराजकता के बारे में सरकार को अवगत नहीं कराएंगे तो आखिर जनता की आवाज को कौन सरकार तक पहुंचाएगा? 

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