पटना, 26 मार्च; बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में आरोपी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत अग्रिम जमानत याचिका के लिए कोर्ट जाएंगे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करेंगे। इस मामले में अरिजीत शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी किया गया है। लेकिन उन्होंने सरेंडर करने से साफ इंकार कर दिया है। वारंट जारी होने के बाज विपक्षी नेता अरिजीत शाश्वत पर सरेंडर करने का दबाव बना रहे हैं। इसी क्रम में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, नीतीश सरकार सुनिए, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे एक केस में फरार है। नीतीश सरकार ने उनके खिलाफ भागलपुर में दंगा फैलाने का वारंट जारी किया है पर वह तो राम नवमी के अवसर पर तलवार थामे बीजेपी विधायकों के साथ जुलूस निकाल रहा है।'इसके बाद तेजस्वी ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, बिहार के ढोंगी और पाखण्डी मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगाई पुत्र पर दिखावटी वारंट निकाल रखा है। लेकिन वह पटना में सीएम आवास के बगल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था।गौरतलब है कि अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में वारंट जारी हुआ है वह 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। अरिजीत को आरोपी बनाते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था।
वहीं, इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का कहना है कि मेरा बेटा बिल्कुल सही है। उसने कोई गलत काम नहीं किया है। वह निर्दोष है। पुलिस ने यह एफआईआर गलत किया है। मेरे बेटे ने कोई गलत का नहीं किया है।