बिहार: जहरीली शराब से मौतों को लेकर विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, सरकार से मांगा जवाब, सदन की कार्यवाही हुई स्थगित
By एस पी सिन्हा | Published: March 23, 2022 02:55 PM2022-03-23T14:55:43+5:302022-03-23T15:00:36+5:30
सदन में प्रश्नकाल के दौरान कुछ सवालों को लिया गया. बाद में विपक्षी सदस्यों ने होली में हुई मौतों का मामला उठाया. राजद और वामदल के विधायकों ने पोस्टर और कार्ड लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
पटना: होली और बिहार दिवस के अवकाश के बाद आज फिर विधान मंडल के बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर विपक्ष ने शराब से हो रही मौतों को लेकर बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा.
इस दौरान विपक्ष के द्वारा कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया गया था, जिसे आसन की तरफ से नामंजूर कर दिया गया. विपक्ष ने कहा कि जहरीली शराब से मौत होती है और प्रशासन कहता है कि बीमारी से मौत हुई है.
इस बीच, सदन में प्रश्नकाल के दौरान कुछ सवालों को लिया गया. बाद में विपक्षी सदस्यों ने होली में हुई मौतों का मामला उठाया. राजद और वामदल के विधायकों ने पोस्टर और कार्ड लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
राजद विधायक मुकेश रोशन आंखों पर काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे थे. सदन में विपक्ष के द्वारा नीतीश से इस्तीफे की मांग की जा रही थी. हंगामा करते हुए विपक्ष के विधायक वेल तक पहुंच गये. विपक्ष का कहना है कि यह मामला गंभीर है.
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह घटना दुखद और मर्माहत करने वाली है. सरकार की तरफ से इस पर जवाब भी आयेगा. अभी आप लोग अपने सीट पर बैठ जायें और सदन की कार्यवाही चलने दे. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष की अपील के बाद भी विपक्ष नहीं माना.
मुकेश रोशन ने सवाल पूछा कि बिहार में शराबबंदी है तो मौत का जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आंखों पर पट्टी बांटते हुए कहा कि मैं सुशासन बाबू हूं, मैं अंधा हो गया हूं, मुझे कुछ नहीं दिखाई देता. बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से इतने लोग मर रहे हैं, लेकिन सरकार को नहीं दिखता है. आखिर इनका दोषी कौन है? कैसे मौत हो रही है? सरकार जवाब नहीं दे रही है. सरकार को कुछ नहीं दिखाई दे रहा है. राजद विधायक ने कहा कि सरकार खुद इलाज के लिए दिल्ली जाती है. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी की.
राजद विधायक मुकेश रौशन आज आँख पर काली पट्टी बांध कर पहुँचे विधानसभा। कहा मैं सुशाशन बाबू हूं मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा। ज़हरीली शराब से हुई मौत पर कर रहे थे प्रदर्शन। @RJDforIndia@NBTBihar#Biharpic.twitter.com/TBG37vEQwe
— Raman Rai (@journal_raman) March 23, 2022
राजद विधायकों ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर नाजायज धन उगाही कर रहे हैं. यही नीतीश कुमार का एजेंडा है. आज हम यही सवाल सदन के अंदर भी उठाना चाह रहे हैं. जब शराब बंद है तो कैसे बिहार में शराब आ रहा है? सरकार शराबबंदी कराने में पूरी तरह फेल है.
वहीं, भाकपा- माले विधायक मनोज मंजिल ने आज शहीद दिवस पर भगत सिंह को राष्ट्रीय नायक का दर्जा दिलाने की बात कही. उन्होंने कहा कि आजादी के नायक शहीद भगत सिंह को राष्ट्रीय नायक का दर्जा दिलाने के लिए मैं आज सदन में आवाज उठाऊंगा, सदन से प्रस्ताव पारित कर उन्हें यह सम्मान दिया जाये.
इसके बाद सरकार के तरफ से संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि जिस बात की चर्चा सदस्यों ने की है, सरकार उसे गंभीरता से ले रही है. अभी तो गृह विभाग के के जवाब में इस बात की भी चर्चा होगी.
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि हम लोग वक्तव्य देंगे. इस मामले पर परसों ही गृह विभाग का जवाब होना है. लेकिन सरकार के जवाब पर भी विपक्ष हंगामा करता रहा.
सदन में हंगामा और नारेबाजी के बीच बार बार नीतीश कुमार इस्तीफा दो के नारे लगते रहे. विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों को शांत होने की अपील भी जब काम नहीं आई तो उन्होंने दोपहर 2 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी.