Bihar Assembly Session: दर्शक दीर्घा की ओर इशारा और बात कहने लगे?, सीएम नीतीश कुमार को संकेतों में बात करते देखा तो...
By एस पी सिन्हा | Updated: March 11, 2025 15:22 IST2025-03-11T15:19:40+5:302025-03-11T15:22:52+5:30
Bihar Assembly Session: सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों वाली भाषा में बात करनी शुरू की तो हर कोई हैरान कर रह गया।

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पटनाः बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के आठवें दिन मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने जैसे ही प्रश्नकाल की शुरुआत की विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने भाकपा- माले विधायकों से कहा कि समय आने पर अपनी बात को उठाइएगा। आप पर हम कितना भरोसा करते हैं, आपको देखकर मुझे एक शेर याद आ रहा है। यह कहकर विधानसभा अध्यक्ष ने माले विधायकों को अपनी सीट पर बिठा दिया। इसके बाद प्रश्नकाल की शुरुआत की। पहला सवाल भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद का था।
वहीं, सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों वाली भाषा में बात करनी शुरू की तो हर कोई हैरान कर रह गया। जिस समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संकेतों में अपनी बात किसी तक पहुंचा रहे थे, उस दौरान उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा प्रश्नकाल में सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
वहीं उनके ठीक बगल में बैठे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आंखों और हाथों से किसी को इशारों में हालचाल ले रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन के दर्शक दीर्घा की ओर किसी को इशारा करने लगे। वे आंखों और हाथों के इशारे के अपनी बात कहने लगे। इस दौरान जिस किसी ने भी नीतीश कुमार को संकेतों में बात करते देखा वह चौंक गया।
वहीं, प्रश्नों क जवाब देते हुए बताया कि बिहार में जल्द ही बालू मित्र पोर्टल की शुरुआत की जाएगी। इससे लोगों को उनके घरों तक बालू की सही दर पर आपूर्ति करने की व्यवस्था सुनिश्चित होगी। खनन मंत्री के अनुसार बिहार बालू मित्र पोर्टल को शुरू करने का उद्देश्य अवैध खनन और काला बाजारी पर रोक लगाना भी है।
इस पोर्टल के माध्यम से, उपयोगकर्ता सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर बालू खरीद सकते हैं और ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। इसके पहले विधानसभा में शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने कहा कि बिहार की विभिन्न अकादमी को एकीकृत किया जाएगा। वहीं इनें एसएससी से नियुक्ति होगी।
भाजपा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह के सवाल पर कहा कि बिहारी हिंदी ग्रन्थ अकादमी, मैथिली, मगही, भोजपुरी, संस्कृत सहित अन्य अकादमी को पुनर्जीवित किया जाएगा। वहीं नैक मान्यता पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अप्रैल 2025 से नई नियमावली के तहत मान्यता दी जाएगी। एफिलिएटेड और नन एफिलिएटेड यूनिवर्सिटी की मान्यता मिलेगी।
