तेजस्वी यादव बोले- एनडीए के लोग वोट मांगे तो पूछिए 10 सवाल?, जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने ‘तेजस्वी’ का फुल फॉर्म बताया, देखिए एक्स पर कैसे हो रहा वार!
By एस पी सिन्हा | Updated: September 6, 2025 15:29 IST2025-09-06T15:28:05+5:302025-09-06T15:29:08+5:30
विधानसभा चुनाव 2025ः बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बयान पर जदयू ने किया पलटवार, तेजस्वी के नाम को किया डिकोड

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम सियासी दल अपनी अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता को यह संदेश दिया है कि वह जब एनडीए के नेता उनके पास पहुंचें तो दस तरह का सवाल जरूर करें। इसके बाद जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नेता नीरज कुमार तेजस्वी यादव के नाम को 'डिकोड' किया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक फोटो में तेजस्वी के नाम को लेकर ‘तेजस्वी’ का फुल फॉर्म बताया है उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि इसका मतलब है कि ’टी’- ट्रबलमेकर, (उपद्रवी),’ई’-एस्केपिस्ट (पलायनवादी), ’जे’- जेलियस (ईर्ष्यालु), ’ए’-एरोगेंट-(अभिमानी), ’एस’-सेल्फिश (स्वार्थी), ’एच’-हाइपोक्राइट (पाखंडी), ’डब्ल्यू’-बेस्ट फुल (फिजूलखर्ची), ’आई’-इनकंबटेंट (अयोग्य) और ’टी’-टोटल ईगोइस्ट (पूर्ण अहंकारी) करार दिया। नीरज कुमार ने दावा किया कि बिहार की जनता, खासकर महिलाएं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा करती हैं।
उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों का हवाला देते हुए कहा कि सबसे अधिक मत महिलाओं ने नीतीश कुमार को दिए। ये आंकड़े ही इस बात के गवाह हैं कि बिहार में महिला सशक्तिकरण का सबसे मजबूत मॉडल नीतीश कुमार ने खड़ा किया है। नीरज कुमार ने तंज भरे अंदाज में कहा कि तेजस्वी केवल आलोचना करते हैं, लेकिन उनके पास बिहार के विकास के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार केवल निर्णय लेने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि उसे धरातल पर उतारते भी हैं। चाहे लड़कियों के लिए ‘साइकिल योजना’ हो, छात्रवृत्ति हो या स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक मजबूती, नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं के जीवन में ठोस बदलाव आया है। उन्होंने विरोधियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे चाहे कितनी भी आलोचना करें।
सच यह है कि हर घर में लोग मानते हैं कि अगर कोई काम हुआ है तो वह नीतीश कुमार के कार्यकाल में ही हुआ है। आज बिहार में बिजली, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं में जो सुधार दिख रहा है, वह नीतीश कुमार के विकास मॉडल की ही देन है। दरअसल, तेजस्वी यादव ने अपने एक पोस्ट में पिछले 20 वर्षों को बिहार की दो पीढ़ियों के लिए ‘बर्बादी’ का काल बताते हुए कहा कि जब वोट मांगने आएं तो भाजपा-जदयू से ये सवाल ज़रूर पूछिए। इसके साथ उन्होंने बिहार की बदहाली को लेकर 10 तीखे सवाल पूछे।
तेजस्वी यादव ने जो सवाल पूछे, वे इस प्रकार हैं- बिहार सबसे गरीब राज्य क्यों है? महिलाएं असुरक्षित क्यों हैं? स्वास्थ्य व्यवस्था बेकार क्यों है? अपराध इतना क्यों है? भ्रष्टाचार इतना क्यों है? बेरोजगारी चरम पर क्यों है? पलायन मजबूरी क्यों बना हुआ है? स्कूल भवन क्यों नहीं बनते? उद्योग क्यों नहीं आते? शिक्षा व्यवस्था इतनी जर्जर क्यों है?
तेजस्वी ने कहा कि इन सवालों का जवाब भाजपा और नीतीश कुमार कभी नहीं दे पाएंगे। इसके बाद ही जदयू ने तेजस्वी यादव ने तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अब बिहार में जदयू और राजद के बीच इस पोस्ट के बाद से बड़ा सियासी घमासान छिड़ सकता है, जो पहले से ही चली आ रही है।

