पटनाः बिहार में मतदान जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रैली कर विपक्ष पर हमला किया। तेजस्वी यादव को ‘जंगलराज के युवराज’ की संज्ञा दी। कांग्रेस और राजद पर जमकर बरसे।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं पटना के लोगों से जानना चाहता हूं, क्या जंगलराज में बिहार आईटी हब बनने का सपना देख सकता था? क्या ‘जंगलराज के युवराज’ बिहार को IT के क्षेत्र में, या आधुनिकता के किसी भी क्षेत्र में आगे ले जा सकते हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, एक तरफ महामारी हो और साथ ही जंगलराज वाले राज करने आ जाएं तो ये बिहार के लोगों पर दोहरी मार की तरह हो जाएगा।
मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये समय हवा-हवाई बातें करने वालों को नहीं, बल्कि जिनके पास अनुभव है, जो बिहार को एक गहरे अंधेरे से निकालकर यहां लाए हैं, उन्हें दोबारा चुनने का है। ‘जंगलराज के युवराज’ से बिहार की जनता पुराने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर और क्या अपेक्षा कर सकती है? जंगलराज की परंपरा में सब सीखने वाले लोगों को मुझसे ज़्यादा अच्छी तरह बिहार की जनता जानती है।
बिहार में IT हब बनने की पूरी संभावना है। यहां पटना में भी IT की बड़ी कंपनी ने अपना ऑफिस खोला है। सिर्फ ऑफिस ही नहीं खुला है, बिहार के नौजवानों के लिए नए अवसर भी खुले हैं। बिहार के गरीब की आकांक्षा, बिहार के मध्यम वर्ग की आकांक्षा कौन पूरी कर सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार को बीमार बनाया, बिहार को लूटा, क्या वो ये काम कर सकते हैं?
बीते डेढ़ दशकों में नीतीश जी की अगुवाई में बिहार ने कुशासन से सुशासन की तरफ कदम बढ़ाए हैं। NDA सरकार के प्रयासों के कारण बिहार ने, असुविधा से सुविधा की ओर, अंधेरे से उजाले की ओर, अविश्वास से विश्वास की ओर, अपहरण उद्योग से अवसरों की ओर का एक लंबा सफर तय किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में बिहार वेटनरी विश्वविद्यालय कैंपस में थोड़ी देर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद थे। वो दल जो बिहार के उद्योगों को बंद करने के लिए बदनाम हैं, जिनसे निवेशक कोसों दूर भागते हैं, वो लोग बिहार के लोगों को विकास के वादे कर रहे हैं। सरकारी नौकरी तो छोड़िए, इन लोगों के आने का मतलब है, नौकरी देने वाली प्राइवेट कंपनियां भी बिहार से भाग जाएंगी।
पूर्व की सरकारों का मंत्र ‘पैसा हजम, परियोजना खत्म’ था, ऐसे लोग बिहार का हित नहीं सोच सकते : मोदी
विपक्षी महागठबंधन को विकास विरोधी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व की सरकारों का मंत्र ‘पैसा हजम, परियोजना खत्म’ था और उन्हें ‘कमीशन’ शब्द से इतना प्रेम था कि उन्होंने कभी ‘कनेक्टिविटी’ पर ध्यान ही नहीं दिया और ऐसे लोग बिहार के हित के बारे में नहीं सोच सकते।
दरभंगा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने अपने संबोधन के दौरान किसी दल का नाम नहीं लिया लेकिन कहा, ‘‘ जिन लोगों का प्रशिक्षण ही बांट कर राज करने और कमीशनखोरी का हो, वे बिहार के हित में कभी सोच ही नहीं सकते हैं।’’ विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ इनके ट्रैक रिकॉर्ड को याद रखिएगा। ये वो लोग हैं जिनके राज में बिहार में अपराध इतना फला-फूला कि लोगों का जीना मुहाल हो गया था।’’
मोदी ने कहा कि ये (विपक्ष) वो लोग हैं जो किसान कर्ज माफी की बात करके, कर्ज माफी के पैसे में भी घोटाला कर जाते है। राजग के पक्ष में जनादेश की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एक तरफ राजग है, आत्मनिर्भर बिहार बनाने का संकल्प लेकर खड़ा है। दूसरी तरफ ये लोग हैं जो बिहार की विकास परियोजनाओं के पैसों पर नजरें गड़ाए हुए हैं ।’’
राजग की जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘बिहार के लोग ये ठान चुके हैं कि राज्य में जंगल राज लाने वाली ताकतों को फिर परास्त करेंगे। बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- बिहार को लूटने वालों को फिर हराएंगे।’’ उन्होंने कहा कि बिहार के लोग ये ठान चुके हैं- इस प्रतिभाशाली धरती के नौजवानों को धोखा देने वालों को फिर हराएंगे। रैली में ‘मोदी मोदी’के नारे के बीच मोदी ने कहा, ‘‘ पहले के समय जो लोग सरकार में थे, उनका मंत्र रहा है - पैसा हजम, परियोजना खत्म। उन्हें कमीशन शब्द से इतना प्रेम था कि कनेक्टिविटी(संपर्क) पर कभी ध्यान ही नहीं दिया। ’’
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘ वे सियासी लोग जो बार- बार हमसे तारीख पूछा करते थे, वे बहुत मजबूरी में हैं। आज वे लोग भी तालियां बजा रहे हैं।’’ उन्होंने ने कहा कि बीते 15 वर्षों में बिहार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बहुत आगे बढ़ा है और आज मां सीता अपने नैहर (मायका) को तो प्रेम से निहार ही रही होंगी। उन्होंने कहा कि अयोध्या पर भी आज नजर होगी क्योंकि सदियों की तपस्या के बाद आखिरकार अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर कोसी महासेतु का काम लटकाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र में राजग की सरकार बनने के बाद कोसी महासेतु का काम कई गुना तेजी से हुआ । उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने से 300 किलोमीटर की दूरी 20-22 किमी तक सिमट गई है और अब आठ घंटे की यात्रा सिर्फ आधे घंटे में ही पूरी होने लगी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों को विकास के ऐसे ही कामों की रफ्तार बढ़ाने के लिए मतदान करना है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के व्यापक रोडमैप का अगला चरण है, आत्मनिर्भर बिहार, आत्मनिर्भर मिथिलांचल। जहां मिथिला पेंटिंग, कृषि, डेयरी उद्योग, मछली उत्पादन और कारोबार से जुड़ी कई संभावनाएं हैं।