पटनाः बिहार के वाल्मीकि नगर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने एक बडा एलान करते हुए कहा है कि अब सभी को 10 लाख रुपए की सहायत राशि दी जायेगी ताकि नई और उन्नत तकनीक से रोजगार सृजन हो सके.
उन्होंने एक बार फिर से लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव का समय हैं कुछ लोग कुभ बोलते रहते हैं. लेकिन आपलोगों उनके बहकावे में मत आइयेगा. चम्पारण के ऐतिहासिक धरती को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा की उन्होंने अपने कार्यकाल की सारी महत्त्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत इसी पावन धरती से की है. उन्होंने कहा कि हम तो सब काम चंपारण से ही शुरू करते हैं, चंपारण को मूल स्थान मानते हैं.
चंपारण बापू की भूमि है, सत्याग्रह की भूमि है. रोजगार पर बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि जो 10 लाख रुपए की सहायत राशि (5 लाख का अनुदान और 5 लाख का ऋण बिना किसी बयाज के) नए रोजगार के लिए हम लोग अनुसूचित जाति, जनजाति और अति पिछड़े वर्ग को देते थे. उसे अब सभी वर्ग के लोगों को दिया जायेगा ताकि नयी और उन्नत तकनीक से रोजगार सृजन हो सके.
लालू राबड़ी राज के दौरान खस्ताहाल रहे पश्चिमी चम्पारण के हालात का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि क्या हाल था पहले पूरे इलाके का, शाम होने के बाद कोई घर से निकलने की हिम्मत नहीं करता था. अपराध की कितनी घटनाएं होती थीं, सबसे पहले हमने अपराध को नियंत्रित करने का काम किया.
इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि हमने यहीं से कहा था न्याय के साथ विकास के मार्ग पर जाएंगे. न्याय के साथ विकास का मतलब है, हर क्षेत्र का विकास, हर तबके का उत्थान. अनुसूचित जाति व जनजाति को आरक्षण का प्रावधान किया, सबको इज्जत मिली है, सबको सम्मान मिला है.
उन्होंने जनता से अपने समर्थन में वोट करने की अपील करते हुए कहा कि 15 वर्ष पूर्व जिस चम्पारण को मिनी चम्बल के नाम से जाना जाता था, आज वह एक विकसित जिले के रूप में देखा जा रहा, ये नीतीश कुमार जी की ही देन है. नीतीश कुमार ने लालू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोगों का परिवार का मतलब पति-पत्नी बेटा और बेटी होती है, लेकिन मेरे लिए तो परिवार का मतलब बिहार है.
मुझे तो पूरे बिहार के लिए काम करना है. उन्होंने कहा कि वाल्मीकिनगर को टूरिस्ट हब बनाया जा रहा है. इससे इस क्षेत्र का विकास होगा. एक-एक काम के लिए हमलोग लगे हुए हैं. इस क्षेत्र के विकास के लिए वह पहले भी बहुत सारा काम कर चुके हैं.
इस दौरान सभा में मौजूद कुछ लोगों ने कहा कि गन्ना भुगतान और समर्थन मूल्य को लेकर मांग की. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि इन बातों पर चर्चा तो होती रहती है. लेकिन अभी कुछ कहना चुनाव आयोग का गाइडलाइन के खिलाफ होगा. ऐसे में कुछ बोलना ठीक नहीं हैं. फिर आएंगे तो बातें होगी.