पटनाः बिहार विधानसभा के बजट सत्र के आज छठे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्ष ने कई मुद्दों को लेकर सदन के बाहर और कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अंदर जमकर हंगामा किया. कांग्रेस, वाम दल और राजद के विधायकों ने पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति और गया में पुलिस के द्वारा महिलाओं के ऊपर बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष का सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कब्रिस्तान से शुरू हुई बात श्मशान घाट तक पहुंच गई. भाजपा विधायकों ने इसको लेकर हंगामा किया.
दरअसल, विधानसभा में कब्रिस्तान की घेराबंदी का मामला उठा तो भाजपा विधायकों ने श्मशान की घेराबंदी के लिए नीति बनाने की मांग रख दी. भाजपा विधायकों का कहना था कि सरकार जब कब्रिस्तान की घेराबंदी करवा सकती है तो फिर श्मशान और मंदिरों की क्यों नहीं? भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने यह मुद्दा उठाया.
इसके बाद अन्य भाजपा विधायक भी उनके समर्थन में खडे़ हो गए. इधर सदन के बाहर विपक्षी दलों के सदस्यों ने कई अलग-अलग मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. भाजपा विधायक यह मांग कर रहे थे कि कब्रिस्तान की घेराबंदी के तर्ज पर श्मशान घाटों के साथ-साथ मंदिरों की घेराबंदी भी कराई जाए.
इसके बाद सरकार की तरफ से जवाब देते हुए मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सरकार उन कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाती है, जहां विवाद होने की आशंका होती है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीति में कहीं भी इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि श्मशान घाटों की घेराबंदी करवाई जाए. इसके बाद भाजपा विधायक और ज्यादा आक्रामक हो गए.
सदन में श्मशान और कब्रिस्तान को लेकर काफी देर तक शोर-शराबा चलता रहा. इस दौरान राज्य के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद अपनी पार्टी के विधायकों को बैठने का इशारा करते रहे, लेकिन इसके बावजूद भाजपा के विधायक के नहीं माने. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार विधायक कोष से श्मशान, कब्रिस्तान और मंदिरों की घेराबंदी पर इसी सत्र में विचार कर जवाब देगी.