बिहार: मुख्यमंत्री आवास के सामने एक युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास
By एस पी सिन्हा | Published: February 10, 2020 06:50 AM2020-02-10T06:50:28+5:302020-02-10T06:50:28+5:30
सचिवालय डीएसपी राजेश प्रभाकर की माने तो युवक द्वारा आत्मदाह करने के बारे में उन्हें पहले से कोई जानकारी नही थी. युवक का पेट और हाथ जल गया है और फिलहाल उसे गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के बाहर एक युवक ने खुद को आग लगा ली. जब तक आग विकराल रूप लेती मुख्यमंत्री आवास के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने आग पर काबू पाते हुए युवक को बचा लिया. युवक की पहचान अभिजीत शर्मा के रूप में हुई है, घटना में उसका हाथ जल गया है. इस घटना के बाद से पटना पुलिस में खलबली मच गई है.
सचिवालय डीएसपी राजेश प्रभाकर की माने तो युवक द्वारा आत्मदाह करने के बारे में उन्हें पहले से कोई जानकारी नही थी. युवक का पेट और हाथ जल गया है और फिलहाल उसे गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती कराया गया है. युवक हाजीपुर का रहनेवाला है. अपनी मौसी अर्चना की डेंगू से हुई मौत से युवक काफी परेशान था. युवक का आरोप है कि पीएमसीएच प्रबन्धन ने मौसी की बीमारी को जांच रिपोर्ट में डेंगू नहीं बताया था, लेकिन बाद में जब ये निजी अस्पताल में मौसी को लेकर गया तो अस्पताल ने मौसी की बीमारी को डेंगू बताया.
इलाज के क्रम में मौसी की मौत हो गई थी. वहीं, मुख्यमंत्री आवास के बाहर हुई इस घटना की जानकारी मिलने पर कई थानों की पुलिस मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंच गई है. वह पीएमसीएच अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा इंसाफ की मांग कर रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन महीने पहले पटना मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (पीएमसीएच) में एक महिला की मौत डेंगू से हो गई थी. घटना के बाद मृतक के स्वजनों ने उसकी मौत के लिए इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था. मौत के बाद जब हंगामा मचा तो मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दिया था। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद मृतक महिला के परिजन नाराज थे और काफी दिनों से इंसाफ की मांग कर रहे थे. जब कहीं इंसाफ नहीं मिला तो आज अभिजीत मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंच गया. इसके पहले मुख्यमंत्री आवास के बाहर तैनात पुलिसकर्मी कुछ समझपाते युवक ने खुद को आग के हवाले कर दिया. आग लगने के बाद जबतक उसे बचाया जाता उसका दायां हाथ बुरी तरह से जल गया.
बताया जाता है कि तब युवक मौसी की मौत के लिए पीएमसीएच प्रबन्धन को जिम्मेवार ठहराते हुए पीएमसीएच के डॉक्टरों, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री पर केस दर्ज करवाने के लिए पीरबहोर थाने पहुंच गया था. लेकिन, पीरबहोर थानाध्यक्ष ने कहा था कि जहां मच्छर काटा है वहीं इलाज होगा. हालांकि बाद में मीडिया में खबर आने के बाद पीरबहोर थाने में केस दर्ज किया गया. लेकिन आरोप है कि पुलिस ने मामले के हाईप्रोफाइल होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की. लिहाजा हताश और निराश युवक युवक ने आत्मदाह की कोशिश की.