नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाएं, मैं मान लूंगा कि नरेंद्र मोदी जी सच्चे गांधीवादी हो चुके हैं: भूपेश बघेल
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 28, 2019 08:40 PM2019-09-28T20:40:59+5:302019-09-28T20:48:16+5:30
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाएं और सरकार गोडसे की मूर्ति रखने वालों पर कार्रवाई करे तो मान लेंगे कि पीएम मोदी सच्चे गांधीवादी हो चुके हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगाएं और सरकार गोडसे की मूर्ति रखने वालों पर कार्रवाई करे तो मान लेंगे कि पीएम मोदी सच्चे गांधीवादी हो चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी के लोगों से.. आरएसएस के लोगों से इतना मैं कहना चाहता हूं, जो गोडसे मुर्दाबाद जिस दिन कहेंगे उस दिन मैं मान लूंगा कि सच में वो गांधी को मानते हैं.. सड़क पे खड़ा हो, चौक चौराहे पे खड़ा हो.. आरएसएस.. मोहन भागवत जिस दिन.. या आरएसएस के लोग.. गोडसे मुर्दाबाद और गांधी के हत्यारे मुर्दाबाद का नारा लगाएं और भाजपा और आरएसएस.. विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के घर में गोडसे की तस्वीर और मूर्ति लगाकर रखे हैं.. उसके खिलाफ जिस दिन कार्रवाई कर लेंगे.. मैं मान लूंगा कि नरेंद्र मोदी जी सच्चे गांधीवादी हो चुके हैं।
#WATCH: Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel says,"The day BJP, RSS start raising slogan 'Godse murdabad'. I'll accept that they value Mahatma Gandhi. I will accept Modi ji has become true Gandhian when action is taken against those from RSS&VHP who keep Godse's idols in their homes." pic.twitter.com/6EV5glnKkQ
— ANI (@ANI) September 28, 2019
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली बार प्रधानमंत्री पद संभालने पर महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित स्वच्छ भारत अभियान चलाया था। उसके बाद से लगातार पीएम मोदी अपने भाषणों और चुनावी कार्यक्रमों में महात्मा गांधी की विचारधारा को शामिल करते रहे हैं। हाल में अमेरिका में भी उन्होंने अपने संबोधनों में महात्मा गांधी का जिक्र किया। वहीं, बीते दिनों कुछ ऐसी घटनाएं हुईं जहां बीजेपी नेता और हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता बापू के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करते नजर आए। इन घटनाओं ने मोदी सरकार के खिलाफ विरोधी दलों और आलोचकों को निशाना साधने का मौका दिया।