बीएचयू ने नीता अंबानी को ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ बनाने की खबर का खंडन किया
By भाषा | Updated: March 17, 2021 19:48 IST2021-03-17T19:48:34+5:302021-03-17T19:48:34+5:30

बीएचयू ने नीता अंबानी को ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ बनाने की खबर का खंडन किया
वाराणसी 17 मार्च काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने रिलायन्स इंडस्ट्रीज की कार्यकारी निदेशक नीता अंबानी को ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ बनाये जाने की खबर का बुधवार को खंडन किया।
इससे एक दिन पहले विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र की समन्वयक प्रोफेसर निधि शर्मा ने दावा किया था कि नीता अंबानी को ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ बनाये जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके बाद मंगलवार को छात्रों ने धरना प्रदर्शन किया था।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को व्यक्तव्य जारी कर कहा कि नीता अंबानी को विश्विद्यालय के किसी भी विभाग में ‘विजटिंग प्रोफेस‘ नियुक्त करने से संबंधित कोई भी आधिकारिक निर्णय नहीं लिया है और न ही इस संबंध में कोई आदेश जारी किया गया है।
बयान में बताया गया है कि विश्वविद्यालय में ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ की नियुक्ति के लिए विद्वत परिषद की मंजूरी लेनी होती है। इस मामले में ऐसी कोई मंजूरी नहीं दी गयी है।
रिलायन्स इंडस्ट्रीज लिमिटिड ने भी ट्वीट कर कहा है कि विश्वविद्यालय में ‘विजिटिंग प्रोफेसर‘ बनाये जाने की खबर फर्जी हैं। नीता अंबानी को ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है।
वहीं सामाजिक विज्ञान संकाय के डीन प्रो कौशल किशोर मिश्रा ने बताया कि उन्होंने नीता अंबानी को ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ बनाने के लिए 12 मार्च को पत्र भेजा था। जो पत्र भेजा गया था उसकी प्रति कुलपति को भी दी गयी थी।
गौरतलब है कि मंगलवार को छात्रों ने नीता अंबानी को विश्वविद्यालय में ‘विजिटिंग प्रोफेसर’ नियुक्त किये जाने के प्रस्ताव का विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन किया था। धरना दे रहे छात्रों ने कहा कि बीएचयू को उद्योगपतियों के इशारे पर चलाया जा रहा है, जो विश्वविद्यालय की गरिमा के खिलाफ है। बाद में कुलपति के समझाने बुझाने पर छात्र धरने से उठे।
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