BHOPAL :MP में फॉरेन फंडिग से धर्मांतरण खेल! अवैध बाल गृह आंचल को फॉरेन फांडिग का खुलासा, जर्मनी की संस्था से 1 करोड़ से ज्यादा की मिली रकम
By आकाश सेन | Published: January 9, 2024 10:36 PM2024-01-09T22:36:56+5:302024-01-09T22:38:27+5:30
भोपाल: राजधानी के परवलिया थाने क्षेत्र स्थित आंचल चिल्ड्रन होम जिससे से लड़कियां भागीं, उसे जर्मनी से फंडिंग हो रही थी। वहां की डाई स्टर्न सिंगर नाम की संस्था ने साल 2020 में 1 करोड़ 22 लाख रुपए से ज्यादा का फंड आंचल चिल्ड्रन होम को दिया गया था । डोनेशन के लिए संस्था जर्मन भाषा में वेबसाइट भी संचालित करती है। इसके जरिए भोपाल के गरीब बच्चों को दिखाकर मदद मांगते हैं।
भोपाल: राजधानी के अवैध आंचल चिल्ड्रन होम को लेकर अब नया खुलासा हुआ है । धर्मांतरण के आरोपों में घिरे अवैध चिल्ड्रन होम को फॉरेन से फंडिग होने की बात समाने आई है । संजीवनी सर्विसेस सोसाइटी द्वारा संचालित आंचल चिल्ड्रन होम को जर्मनी से फंडिग हो रही थी। वहां की डाई स्टर्न सिंगर नाम की संस्था ने साल 2020 में 1 करोड़ 22 लाख रुपए से ज्यादा का फंड संस्था को दिया था। डोनेशन के लिए संस्था जर्मन भाषा में वेबसाइट भी संचालित करती है। इसके जरिए भोपाल के गरीब बच्चों को दिखाकर मदद मांगी जाती थी।
आंचल चिल्ड्रन होम मामले में नया खुलासा
धर्मांतरण के साथ ही फॉरेन फंडिग की बात भी आई सामने
संजीवनी सर्विसेस सोसाइटी द्वारा संचालित होता था आंचल चिल्ड्रन होम
भोपाल के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को विश्वास में लेता था आरोपी
आरोपी अनिल मिथ्यू ने संजीवनी सोसाईटी को नरसिंहपुर में कराया था रजिस्टर
2003 में संस्था की थी शुरुआत
डाई स्टर्न सिंगर नाम की संस्था ने साल 2020 में दिया फंड
1 करोड़ 22 लाख रुपए से ज्यादा का फंड संस्था को दिया था।
जर्मनी भाषा में आंचल संस्था की वेबसाइट भी मौजूद
जिन लोगों ने फंडिंग की है, वे जर्मनी की कार्मेलाइट्स ऑफ मेरी इमैक्यूलेट से जुड़े
इन्होंने प्रोजेक्ट अप्रूव होने के बाद दिया करोड़ों का फंड
आंचल चिल्ड्रम होम को लेकर ये बात भी सामने आई है कि भोपाल के गरीब बस्तियों की डॉक्यूमेंट्री बनाकर आरोपी फॉरेन की संस्था का ध्यान खींचते था। संस्था ने गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में सड़क किनारे रहने वाले गरीब मूर्तिकारों और उनके बच्चों की डॉक्यूमेंट्री भी बनाई थी। पोर्टल पर इसी डॉक्यूमेंट्री को दिखाया गया है। इसमें भोपाल में सड़क किनारे रह रही लड़कियों और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के पुनर्वास करने के लिए आंचल चिल्ड्रन होम द्वारा किए गए कार्यों को बताया गया है । वही आईजी, देहात अभय सिंह ने बताया कि मामले में पुलिस ने आरोपी अनिल मेथ्यु को गिरफ्तार कर लिया है । फिलहाल आरोपी हास्पिटल में एडमिट है । जिसे उपचार के बाद कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा । इसी के साथ ही पुलिस ने छात्रावास के संचालक अनिल मैथ्यू के खिलाफ धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के हनन करने की धारा बढ़ा दी है।
आरोपी अनिल मेथ्यु इतना शातिर था कि पहले वो गरीब बस्तियों में जाकर सोशल अवेयरनेंस के प्रोग्राम चलाता था और बच्चों को तोहफे देता था । और जब बच्चों के परिजन विश्वास में आ जाते थे तो उन्हें चिल्ड्रन होम में भर्ती कराया करता था । जहां उन्होंने इसाई धर्म की प्रेक्टिस कराई जाती थी । हालाकी मामलें के प्रकाश में आने के बाद अब पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है फिलहाल जर्मनी से फंड आने की बात सामने आई है । लेकिन जांच पूरी होने पर कई और चौकानें वाले खुलासे हो सकते है।