मोदी-फड़णवीस के करीबी संभाजी भिड़े पर भीमा-कोरेगांव हिंसा भड़काने का आरोप

By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 4, 2018 10:08 AM2018-01-04T10:08:01+5:302018-01-04T10:23:03+5:30

आंबेडकर के पोते और भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर का आरोप है, संभाजी भिड़े गुरूजी इस पूरी हिंसा के सूत्रधार हैं।

bhima koregaon violence maharashtra dalit sambhaji bhide milind | मोदी-फड़णवीस के करीबी संभाजी भिड़े पर भीमा-कोरेगांव हिंसा भड़काने का आरोप

मोदी-फड़णवीस के करीबी संभाजी भिड़े पर भीमा-कोरेगांव हिंसा भड़काने का आरोप

एक जनवरी को भीमा-कोरेगांव में पेशवा सेना पर ईस्ट इंडिया कंपनी की जीत की 200वीं सालगिरह मानने पहुंचे दलितों पर हमला के बाद बुधवार को महाराष्ट्र बंद का ऐलान वापस ले लिया गया है। इस बंद का असर पूरे महाराष्ट्र में देखने को मिला। हांलाकि दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने प्रेस कांफ्रेंस कर महाराष्ट्र बंद वापस लेने का ऐलान किया। इस हिंसा पर पुलिस ने शिव प्रतिष्ठान के संभाजी भिड़े गुरुजी और हिंदू एकता आघाड़ी के मिलिंद एकबोटे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

अंबेडकर के पोते ने भिड़े पर लगाया हिंसा का आरोप

अनिता सावले की शिकायत पर पुलिस ने इनके ऊपर खिलाफ शिकायत की है। इनके ऊपर एट्रोसिटी एक्ट, जानलेवा हमला करने, दंगा फैलाने, धारा 144 उल्लंघन करने जैसे आरोप में मामला दर्ज किया  गया है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के पोते और भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर का आरोप है कि 85 वर्षीय संभाजी भिड़े गुरूजी इस पूरी हिंसा के सूत्रधार हैं। उन्होंने 56 वर्षीय मिलिंद एकबोटे पर भी लोगों को उकसाने का आरोप लगाया है। ऐसे में क्या आपको पता है भिड़े गुरूजी कौन हैं इस हिंसा में उनका नाम क्यों और किसलिए खींचा जा रहा है-

कौन है संभाजी भिड़े?

भिड़े महाराष्ट्र के जाने-माने नेता हैं,  वह मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी के अनुयायी हैं । उनकी महाराष्ट्र के कोलहापुर में शिव प्रतिष्ठान नाम की संस्था है। 85 वर्षीय संभाजी भिड़े आरएसएस के प्रचारक भी हैं। भिड़े  न्यूक्लियर फिजिक्स में एमएससी पुणे के फर्गुसन कॉलेज में प्रोफेसर रह चुके हैं। उन्होंने शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान नाम की एक संस्था 1980 के समय में  बनाई थी। उनकी संस्था का मुख्य काम शिवाजी महाराज के बारे में लोगों को बताना है। इतना ही नहीं उनके अधिकांश भाषण अल्पसंख्यकों के खिलाफ होते हैं।

पीएम मोदी के हैं बेहद करीबी भिडे़ गुरुजी

भिड़े उन लोगों में शामिल हैं जो पीएम मोदी के बेहद करीब हैं। इस बात को खुद पीएम मोदी एक भाषण के दौरान कह चुके हैं। 2014 में सांगली दौरे के समय  मोदी मे कहा था, ‘मैं सांगली खुद से नहीं आया बल्कि वे भिड़े गुरुजी के हुकुम पर आया हूं और वे हम सबके लिए एक आदर्श के समान है।’ मोदी ने भिड़े की तारीफ करते हुए कहा था कि वे महापुरुष हैं और बहुत सालों से वो उन्हें जानते हैं। इतना ही नहीं जब मोदी सांगली आए थे तो सुरक्षा घेरा तोड़कर भिडे़ गुरुजी से मिले भी थे। यही नहीं भिड़े की नजदीकियां केवल पीएम तक की सीमित नहीं हैं बल्कि ये नजदीकियां सीएम तक हैं। फड़णवीस से उनके रिश्तों को पता तब लगा जब महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने उनसे मिलने के लिए अपना प्लेन तक रुकवा दिया था।


पैरों में चप्पल नहीं पहनते भिडे़ गुरुजी

कहते हैं संभाजी भिडे़ गुरुजी साइकिल पर चलने वाले भिडे़ गुरुजी की उम्र 85 के पार है इसके बावजूद वो आज भी तंदरूस्त हैं। वह कभी पैरों में चप्पल तक नहीं पहनते हैं। गुरुजी ने आजतक जिस भी नेता का चुनाव में समर्थन किया उसकी जीत हुई है। हालांकि, गुरुजी कभी किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े। सबसे बड़ी बात तो यह कि नेताओं के बीच दबदबा होने के बाद भी उनके पास ना घर हा ना ही कोई बैंक बैलेंस है। महाराष्ट्र की युवा जनसंख्या उन्हें अपना आदर्श मानती है और भिड़े के एक इशारा पर 4-5 लाख युवा एक जगह जमा हो सकते हैं।

भिडे़ गुरुजी ने फिल्मों का भी किया है विरोध

भिड़े फिल्मों का भी विरोध करते हुए देखे जा चुके हैं।  2008 में आई आशुतोष ग्वारिकर की फिल्म जोधा-अकबर का विरोध उनके द्वारा किया गया था। फिल्म के विरोध में महाराष्ट्र में एक गुट ने इस फिल्म का विरोध करने का ऐलान किया, और जब फिल्म रिलीज हुई तो संभाजी भिड़े ने अपने लोगों के साथ मिलकर सिनेमा घरों में तोड़फोड़ की।

Web Title: bhima koregaon violence maharashtra dalit sambhaji bhide milind

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे