नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी में फेरबदल किया गया है। पार्टी ने वानती श्रीनिवासन को महिला मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। वह तमिलनाडु की हैं। अगले साल यहां पर विधानसभा चुनाव है।
भाजपा ने अमिताभ चक्रवर्ती को पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई का संगठन महामंत्री नियुक्त किया है। भाजपा के बंगाल के प्रभारी केंद्रीय नेताओं ने दखल देकर पार्टी के युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सौमित्र खान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के बीच विवाद सुलझाया।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को पार्टी की तमिलनाडु इकाई की उपाध्यक्ष वानती श्रीनिवासन को महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया। साथ ही उन्होंने अमिताभ चक्रवर्ती को पश्चिम बंगाल इकाई का संगठन महामंत्री बनाए जाने को हरी झंडी दी। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति में इन नियुक्तियों की घोषणा की गई और कहा गया कि दोनों की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।
श्रीनिवासन तमिलनाडु भाजपा में कई पदों पर रह चुकी हैं
पेशे से वकील श्रीनिवासन तमिलनाडु भाजपा में कई पदों पर रह चुकी हैं। वह विजया रहातकर की जगह लेंगी। पिछले महीने नड्डा ने अपनी नयी टीम की घोषणा करते हुए महिला मोर्चा को छोड़, अन्य सभी मोर्चा के अध्यक्ष बदल दिये थे। अमिताभ चक्रवर्ती अभी तक पश्चिम बंगाल में भाजपा के सह संगठन मंत्री थे।
वह सुब्रतो चट्टोपाध्याय की जगह लेंगे। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को सत्ता से हटाने के लिए भाजपा ने एड़ी-चोटी का दम लगा रखा है। पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 18 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
घोष ने युवा शाखा की सभी जिला समितियों को पिछले सप्ताह भंग कर दिया था। भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने घोष एवं खान से बातचीत की और उन्हें अपने मतभेद सुलझाने की सलाह दी। प्रदेश भाजपा के एक नेता ने कहा, ‘‘ प्रदेश के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने दखल दिया और दोनों से स्थिति सुलझाने को कहा। ’’
जब इस बारे में जानने के लिए विजयवर्गीय से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने खान और घोष से मिल-बैठकर मतभेद दूर करने को कहा है। खान मंगलवार को प्रदेश भाजपा महासचिव सयंतन बसु के साथ घोष से उनके निवास पर मिले और विजयादशमी की बधाई दी।
भाजपा के विधायकों, महापौरों ने उपराज्यपाल से मुलाकात की
भाजपा के विधायकों और तीनों नगर निगमों के महापौरों ने बुधवार को उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल से मुलाकात की और केजरीवाल सरकार पर निगमों के बकाया 13000 करोड़ रुपये के भुगतान के मुद्दे पर उनसे हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करने वाले रामवीर सिंह बिधुड़ी ने कहा कि विधायकों और महापौरों ने दिल्ली सरकार से 10,000 करोड़ रुपये के संपत्ति कर सहित बकाया के भुगतान के मुद्दे पर एलजी से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।
बिधूड़ी ने कहा, " हमने उनसे शिकायत की कि कैसे महापौरों को मुख्यमंत्री आवास के बाहर उनसे मिलने के लिए धरना देना पड़ा, फिर भी वह उनसे नहीं मिले।" उत्तर दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने एलजी से कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं होने समेत संकट को हल करने के लिए दखल देने का अनुरोध किया, क्योंकि दिल्ली सरकार धन नहीं जारी कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि भाजपा शासित निगमों में " भ्रष्टचार और कुप्रबंधन" है।
उन्होंने केंद्र सरकार से 12000 करोड़ रुपये नगर निगमों को जारी करने की मांग की, जो उसपर निगमों का बकाया है। उन्होंने दावा किया था कि दिल्ली सरकार पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में 2015 से तीनों नगर निगमों को तीन-चार गुणा ज्यादा धन दे रही है। केजरीवाल ने हैरानी जताते हुए कहा था कि अगर कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है, तो यह धन कहां जा रहा है।