Farmers Protest: मृतक शुभकरन सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपये और बहन को मिलेगी सरकारी नौकरी
By धीरज मिश्रा | Updated: February 23, 2024 10:38 IST2024-02-23T10:11:20+5:302024-02-23T10:38:32+5:30
Farmers Protest: खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

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Farmers Protest: खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान मारे गए शुभकरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
खनौरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरन सिंह के परिवार को पंजाब सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी छोटी बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी.. दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी ..फर्ज निभा रहे हैं...
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) February 23, 2024
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस बात की जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Punjab के शहीद किसान shubhkaran को सच्ची श्रद्धांजलि‼️
— AAP (@AamAadmiParty) February 23, 2024
AAP सरकार किसान आंदोलन में खनौरी बॉर्डर पर शहीद हुए युवा किसान शुभकरण के परिवार को 1 Crore की सम्मान राशि देगी।
मुख्यमंत्री @BhagwantMann जी ने शुभकरण की छोटी बहन को सरकारी नौकरी देने का किया एलान
शुभकरण को शहीद करने वालों… pic.twitter.com/dZyqhyFJX5
गौर करने वाली बात यह है कि शुभकरण सिंह की मौत कैसे हुई अभी तक इसका खुलासा नहीं हुआ है। दूसरी तरफ हरियाणा पुलिस ने भी अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन किसानों का कहना है कि पुलिस की झड़प में शुभकरण सिंह की मौत हुई। पंजाब हरियाणा बॉर्ड पर बीते 10 दिनों से एमएसपी की मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान शुभकरण सिंह की मौत को लेकर काफी क्रोधित हैं।
मालूम हो कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने जहां मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। वहीं दूसरी तरफ मान ने यह भी कहा है कि किसान के शव का पोस्टमार्टम के साथ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस का जो भी अधिकारी किसान की मौत का जिम्मेदार होगा। उसे सख्त से सख्त सजा दिलाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शभुकरण सिंह के परिवार में उनके पिता एक छोटी बहन है। एक बहन की शादी हो चुकी है। परिवार में पिता मानसिक रोगी हैं। जिनके इलाज के साथ 0छोटी बहन की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी शुभकरण सिंह पर थी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि जिस दिन पुलिस झड़प में उसकी मौत हुई। उस दिन उसने अपने हाथों से अन्य किसानों के लिए सुबह का नाश्ता बनाया था।
इस घटना के बाद किसानों ने भी कहा कि उन्हें नहीं मालूम था कि अब शुभकरण सिंह के साथ खाना कभी नहीं खा सकेंगे। फिलहाल, शंभु बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं।