बीजेपी नेता और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे के खिलाफ केस दर्ज, दंगा भड़काने का है आरोप
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: March 20, 2018 08:41 AM2018-03-20T08:41:20+5:302018-03-20T08:56:23+5:30
बिहार के भागलपुर में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत और 8 अन्य के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
भागलपुर( 20 मार्च): बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की रैली पर भागलपुर शहर में दंगा भड़काने का आरोप लगा है। इस रैली का नेतृत्व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे ने किया है। ऐसे में उनके ऊपर दंगा भड़काने का आरोप लगा है। ऐसे में इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक बिहार के भागलपुर में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत और 8 अन्य के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस की ये कार्यवाही बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा निकाली गई शोभायात्रा के दो दिन बात की है। इस मामले पर पुलिस का कहना है कि बिहार के भागलपुर में बीजेपी, आरएसएस और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की एक रैली में अरिजीत शाश्वत ने कथिततौर पर भड़काऊ नारे लगाए, जिस कारण से इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया है।
अर्जित शाश्वत चौबे का बयान
इस मामले पर अर्जित शाश्वत चौबे ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा है कि क्या इस देश में वंदे मातरम गाना या भारत माता की जय कहना गुनाह है? उन्होंने कहा कि उनके लोगों के हाथों में में ध्वज था न कि डंडा, तलवार या किसी प्रकार का अस्त्र-शस्त्र। उन्होंने इस पूरे प्रकरण को सियासी करार दिया है।
पुलिस का बयान
भागलपुर के एसएसपी के मुताबिक अर्जित शाश्वत चौबे के भड़काऊ नारों के कारण यहां के हालात काफी गंभीर हो गए थे, अब हालात काबू में हैं लेकिन तनावपूर्ण है। हंगामे के दौरान उपद्रवियों ने वहां खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी और कई दुकानों में तोड़फोड़ की। फिलहाल शहर के 37 इलाकों में निषेधाज्ञा लागू है और पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारी वहां कैम्प कर रहे हैं। बता दें कि 1989 में भागलपुर भयानक दंगे का दंश झेल चुका है।