दुखदः नहीं बचाया जा सका 8 वर्षीय तन्मय, 4 दिनों के बाद बोरवेल से निकाला गया, मां ने कहा- किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो...
By अनिल शर्मा | Published: December 10, 2022 08:14 AM2022-12-10T08:14:20+5:302022-12-10T08:23:35+5:30
बोरवेल में से निकालने के बाद बच्चे को तुरंत एंबुलेंस से बैतूल जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। तन्मय को बचाने के लिए 4 दिनों तक अभियान चला।
बैतूलः मध्य प्रदेश के के मंडावी गांव में 6 दिसंबर को 55 फीट गहरे बोरवेल में गिरे बच्चे तन्मय को निकाल लिया गया है। हालांकि दुखद खबर यह है कि बच्चे को बचाया नहीं जा सका। बोरवेल में से निकालने के बाद बच्चे को तुरंत एंबुलेंस से बैतूल जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। तन्मय को बचाने के लिए 4 दिनों तक अभियान चला।
गौरतलब है कि तन्मय 6 दिसंबर को 55 फीट के बोरवेल में गिर गया था। गिरने के बाद वह 35 फुट से 40 फुट की गहराई में फंस गया था। इसके बाद बचाव अभियान की शुरुआत हुई। अधिकारियों ने बताया कि बच्चे तक पहुंचने और उसे बचाने के लिए मशीनों से बोरवेल के समानांतर एक सुरंग खोदी गई। घटना मंगलवार शाम करीब पांच बजे घटित हुई है।
#WATCH मध्य प्रदेश | बैतूल ज़िले के मंडावी गांव में 6 दिसंबर को 55 फीट गहरे बोरवेल में गिरे बच्चे तन्मय को निकाल लिया गया है। बच्चे की मृत्यु हो गई है: बैतूल ज़िला प्रशासन pic.twitter.com/x7WP7y5V0v
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 10, 2022
तन्मय की मां ज्योति साहू ने 09 दिसंबर को कहा था, "मेरा बच्चा कुछ भी हो, मुझे दे दो। किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो क्या इतना समय लगता? इतना समय बीत गया, और वे कुछ नहीं कह रहे हैं। मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं। तीन दिन बीत गए, दो-चार घंटे और का हवाला दिया था इन्होंने।'
लड़का मैदान में खेल रहा था जब वह हाल में खोदे गए बोरवेल में गिर गया। बैतूल के जिलाधिकारी अमनबीर सिंह बैंस ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अधिकारियों को बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया था। वह इस घटना पर करीब से नजर रख रहे थे।