बेंगलुरु में ट्रैफिक पुलिस उठाने जा रही बड़ा कदम, इन आठ भीड़-भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन से यातायात पर रखी जाएगी नजर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 20, 2023 04:37 PM2023-06-20T16:37:17+5:302023-06-20T16:42:10+5:30
बेंगलुरु में 8 अहम जगहों पर ट्रैफिक पुलिस यातायात पर नजर रखने के लिए कैमरों से लैस ड्रोन का इस्तेमाल करेगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
बेंगलुरु: बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस अब कैमरों से लैस ड्रोन का इस्तेमाल शहर में उन आठ अहम जगहों पर यातायात की निगरानी के लिए करेगी जहां जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है। इन ड्रोन को शहर में हेब्बल, सेंट्रल सिल्क बोर्ड, इबालुर, माराथल्ली, केआर पुरम, गोरागुंटेपालया, साराक्की और बनशंकरी बस स्टैंड के पास इस्तेमाल में ट्रैफिक की निगरानी के लिए लाया जाएगा।
प्रयोग के तौर पर हेब्बल जंक्शन पर ऐसे ही एक ड्रोन का ट्राय़ल भी किया गया। ट्रैफिक पुलिस की योजना अब मंगलवार को माराथल्ली में इससे जुड़ा प्रयोग करने की है। अभी ट्रैफिक पुलिस ने दो ड्रोन को जंक्शन पर ट्रैफिक की निगरानी के लिए तैनात किया है और इसके उपयोग से जुड़ी जानकारी इकट्ठी कर रही है।
एमएन अनुचेथ, संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) के अनुसार, 'यह प्रमुख जगहों पर यातायात को लेकर एक हवाई परिप्रेक्ष्य प्रदान करेगा। उदाहरण के लिए हेब्बल और सिल्क बोर्ड जैसे फ्लाईओवर के नीचे तैनात यातायात पुलिस कर्मियों को जमीनी स्तर से यातायात की स्थिति का स्पष्ट मूल्यांकन नहीं मिल सकता है। ड्रोन कैमरों का उपयोग करके, हम ट्रैफिक से जुड़े बाधाओं के कारणों की पहचान कर सकते हैं- जैसे दुर्घटनाएं आदि और इन हवाई दृश्यों के आधार पर निर्णय लेना आसान होगा।'
उन्होंने कहा कि दो ड्रोन कैमरे खरीदे गए हैं और 19 जून को पायलट आधार पर हेब्बल जंक्शन पर तैनात किए गए थे। उन्होंने कहा, 'हम जल्द ही माराथल्ली जंक्शन पर ड्रोन कैमरे तैनात करेंगे। अतिरिक्त ड्रोन कैमरे खरीदे जाएंगे और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर उनकी तैनाती उपलब्धता के आधार पर होगी।'
बता दें कि देश की 'टेक कैपिटल' के रूप में जाने जाने वाले बेंगलुरु में एक करोड़ से अधिक वाहन हैं, और पीक आवर्स के दौरान यहां की औसत गति 10 किमी प्रति घंटे से भी कम है।
यह पहली बार है जब पीक ऑवर ट्रैफिक पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे ट्रैफिक पुलिस को विशिष्ट हिस्सों से गुजरने वाले वाहनों की संख्या और प्रकार की पहचान करने में भी मदद मिलने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने कहा, 'डेटा के आधार पर सुधारात्मक उपायों को लागू किया जा सकता है, जिसमें अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती भी शामिल है।'