बंगाल: "तृणमूल का धरना फेल हो गया क्योंकि बिरयानी और शराब का बजट बढ़ गया था", भाजपा नेता ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 10, 2023 09:07 AM2023-10-10T09:07:06+5:302023-10-10T09:10:47+5:30
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा राजभवन के बाहर चल रहे विरोध प्रदर्शन वापस लेने के बाद भाजपा ने बेहद तीखा व्यंग्य किया और कहा कि तृणमूल के धरने में कोई भी मौजूद नहीं था क्योंकि उनका बिरयानी और शराब का बजट बढ़ गया था।
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस द्वारा राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन वापस लेने के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने बेहद तीखा व्यंग्य करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल के धरने में कोई भी मौजूद नहीं था क्योंकि वहां पर उनका बिरयानी और शराब का बजट बढ़ गया था।"
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भाजपा नेता टिबरेवाल ने सोमवार शाम को कहा, "ऐसा नहीं है कि अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल का विरोध-प्रदर्शन वापस लिया, दरअसल वो वहां पर लोगों को रोक ही नहीं सके क्योंकि उनका बिरयानी और शराब का बजट पार हो गया था।"
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर ज्यादा आक्रामक तरीके से हमला करते हुए टिबरेवाल ने आगे कहा, "अभिषेक बनर्जी सेलेक्टिव विरोध करना चाहते हैं, वो तो सिर्फ 5 दिनों में ही थक गए हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में नौकरी की चाहत रखने वाले 2 साल से सड़कों पर बैठे हैं।"
उन्होंने कहा, "अभिषेक बनर्जी केंद्र सरकार से उस पैसे का भुगतान करने के लिए कह रहे हैं जो केंद्र सरकार द्वारा पहले ही भुगतान किया जा चुका है। यदि वह मनरेगा के नियमों से वो पैसों की मांग कर रहे हैं तो मनरेगा अधिनियम में यह भी लिखा है कि मनरेगा के मद में किये गये खर्च को केंद्र सरकार के सामने नहीं रखा जाता है और यदि केंद्र सरकार के सामने मनरेगा के खाते नहीं रखे जाते हैं तो वह धनराशि को रोक सकती है।"
मालूम हो कि इससे पहले सोमवार को तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा, "पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने 24 घंटे में हमारे सवालों का जवाब देने का वादा किया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर हम केंद्र के खिलाफ अपने विरोध को वापस ले रहे हैं।"
दरअसल बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एमजीएनआरईजीए) और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत आवंटित किये गये धन को देने में देरी कर रही है और इसी के विरोध में तृमणूल कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रही थी।
तृणमूल नेताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि राजभवन तक पार्टी इसलिए मार्च कर रही है ताकि गवर्नर राज्य के गरीब लोगों की दुर्दशा पर गंभीरता से विचार करें।