नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी और विपक्षा दल बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर संघर्ष हुआ।
यह घटना कोलकाता के पास भाटपारा में हुई, जब नेताजी की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में टीएमसी और बीजेपी समर्थक लाठी-डंडे से एक-दूसरे पर हमला करने लगे।
इस दौरान मामले को शांत करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा लेकिन दोनों दलों के कार्यकर्ता इतने उग्र थे कि मामले को सांत करने में पुलिस के भी पसीने छूट गये।
बताया जा रहा है कि घटना ने हिंसक रूप तब ले लिया जब भीड़ में से नेताजी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में भाग ले रहे बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह पर किसी ने पथराव कर दिया। जब मामला हद से ज्यादा बढ़ने लगा तब सांसद के पीएसओ ने हवा में फायरिंग कर दी। जिससे हालात कुछ काबू में हुए।
भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप पुलिस ने नहीं दी सुरक्षा
घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कार्यक्रम के बारे में पहले से पुलिस को जानकारी दी गई थी और साथ में सांसद के आने की सूचना भी दी गई थी लेकिन उसके बावजूद पुलिस-प्रशासन का कोई भी आधिकारी कार्यक्रम की जगह पर नहीं आया और जब टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। भगदड़ मच गई तब पुलिस पहुंची और बल प्रयोग करने लगी।
इस मामले में सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि जब वो कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो टीएमसी के लोगों ने नारेबाजी करने लगे और नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण से रोकने लगे।
इसके बाद टीएमसी की उग्र भीड़ ने मुझे निशाना बनाकर पथराव शुरू कर दिया। अगर मेरा पीएसओ साथ नहीं होता तो वहां मेरी हत्या कर दी जाती थी और शायद टीएमसी के लोग इसी उद्देश्य से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे।
मौके पर भारी पुलिसबल तैनात
वहीं इस मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त ध्रुबा ज्योति डे का कहना है कि झड़प और पथराव में पुलिस वाहन समेत दो कारों क्षतिग्रस्त हुई हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह को भीड़ के हमले से बचाते हुए सुरक्षा की। घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है और अब वहां पूरी तरह से शांति बहाल है।
वहीं इस घटना से इतर नेताजी के जयंती पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर आरोप लगया कि एक तरफ तो वो नेताजी को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर गुजरने वाली झांकी में नेताजी की झांकी को जगह नहीं दी। इसके अलावा सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से नेताजी के जन्मदिन पर राष्ट्रीय अवकाश के भी घोषणा की मांग की है।