साल 2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था: राहुल गांधी

By भाषा | Updated: December 21, 2021 11:34 IST2021-12-21T11:34:38+5:302021-12-21T11:34:38+5:30

Before 2014, the word 'lynching' was not even heard: Rahul Gandhi | साल 2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था: राहुल गांधी

साल 2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था: राहुल गांधी

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में नहीं आता था।

उन्होंने ‘थैंक्यू मोदी जी’ हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘2014 से पहले ‘लिंचिंग’ शब्द सुनने में भी नहीं आता था।’’

गौरतलब है कि गत रविवार को पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के ‘निशान साहिब’ (ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला।

इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर कथित तौर पर जान ले ली थी।

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