अगरतला, दो नवंबर त्रिपुरा पुलिस ने मिजोरम की सीमा से लगे एक गांव में प्रतिबंधित संगठन द्वारा कथित तौर पर कुछ लोगों से रंगदारी मांगने के बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि उत्तरी त्रिपुरा जिले के वांगमुन गांव के निवासियों द्वारा दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि “सात लोगों को नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) द्वारा रंगदारी का 18 साल पुराना नोटिस दिया गया है।”
वांगमुन पुलिस थाने के प्रभारी श्यामल मुरासिंह ने कहा, “ग्राम परिषद के अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराते हुए दावा किया कि सात ग्रामीणों को ‘मिनिस्ट्री ऑफ फॉरन अफेयर्स गवर्नमेंट ऑफ त्विपरा किंगडम’ के स्वयंभू उपायुक्त मोहम्मद डी ब्वास्कांग के हस्ताक्षर वाला रंगदारी का नोटिस मिला है। लेकिन ये नोटिस 2002 के हैं। इसलिये हम जांच कर रहे हैं कि यह सही हैं या नहीं और गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।”
वांगमुन ग्राम परिषद के अध्यक्ष जोसांगलियाना ने कहा कि प्रतिबंधित संगठन ने मुहल्ले के प्रत्येक घर से 200 रुपये की मांग की है।
संगठन को 1997 में गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम और आतंकवाद निरोधी कानून (पीओटीए) के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था।