मथुरा में पकड़ा गया बांग्लादेशी, 2010 से इस्कान में शिष्य बनकर दे रहा था कृष्ण भक्ती का उपदेश
By भाषा | Published: November 22, 2018 10:45 PM2018-11-22T22:45:51+5:302018-11-22T22:45:51+5:30
यह मामला मथुरा का है। मथुरा जिले के वृंदावन में इस्कॉन (अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ) के एक शिष्य के बारे में है। जानिए पूरी कहानी।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में एक बांग्लादेशी अवैध रूप से रहते पाया गया है । खास बात यह है कि वह यहां वृन्दावन स्थित इस्कान (अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ) का शिष्य बना हुआ था तथा कृष्ण-बलराम मंदिर के निकट ही किराए पर रहता था।
कार्यवाहक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/एसपी (सिटी) श्रवण कुमार सिंह ने बताया, ‘बांग्लादेश के बंदरगाह शहर चिटगांव निवासी पवित्र दास ने सर्वप्रथम वर्ष 2003 में भारत में अवैध रूप से घुसपैठ की और तीर्थनगरी उज्जैन को अपना ठिकाना बना लिया। उसने वहां पहचान से जुड़े सभी प्रमाण (वोटर आईडी, आधार कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड आदि) पत्र हासिल कर लिए।’
उन्होंने बताया, ‘वह 2010 में वृन्दावन आ गया और इस्कान का शिष्य बनकर रहने लगा । पिछले दिनों जब जनपद में अलग-अलग स्थानों से इस प्रकार से अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की बड़े पैमाने पर धरपकड़ शुरू हुई तो यह वहां से गायब हो गया।’
कप्तान ने बताया, ‘जब उसने समझा कि अब मामला शांत हो गया है तो वह वापस आ गया। उसके माता-पिता चिटगांव में अब भी रह रहे हैं। उसका असली नाम फाल्गुन दास है।’ उन्होंने बताया कि उसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।