सामाजिक चेतना जगाने वाले बनारसीदास चतुर्वेदी ने पत्रकारिता में एक नयी लकीर खींची : हरिवंश
By भाषा | Updated: December 24, 2021 20:15 IST2021-12-24T20:15:16+5:302021-12-24T20:15:16+5:30

सामाजिक चेतना जगाने वाले बनारसीदास चतुर्वेदी ने पत्रकारिता में एक नयी लकीर खींची : हरिवंश
नयी दिल्ली, 24 दिसंबर राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने साहित्य एवं पत्रकारिता में पंडित बनारसीदास चतुर्वेदी के योगदान को रेखांकित करते हुए शुक्रवार को कहा कि वे एक बिरले संपादक थे जिन्होंने पत्रकारिता में एक नयी लकीर खींची ।
'यायावर शब्द शिल्पी पंडित बनारसीदास चतुर्वेदी' पुस्तक के विमोचन के अवसर पर राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने यह बात कही। पुस्तक का संपादन वरिष्ठ पत्रकार और संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने किया है। इसका प्रकाशन 'प्रभात प्रकाशन' ने किया है ।
इस अवसर पर राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी बनारसीदास चतुर्वेदी कई अर्थों में विशिष्ट हैं जिन्हें पत्रकारिता और साहित्य के जरिये देश में चेतना फैलाने के लिए हमेशा याद किया जायेगा ।
हरिवंश ने कहा, ‘‘ वे बिरले संपादक थे, जिन्होंने पत्रकारिता में एक नयी लकीर खींचने का काम किया । उन्होंने हिंदी साहित्य के जरिये पश्चिमी देशों जापान सहित अन्य देशों की घटनाओं से भारत के लोगों को परिचित कराया, वह भी ऐसे समय में जब दुनिया में संचार के साधन बेहद सीमित थे।’’
उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया में आत्मकेंद्रित समाज का निर्माण हो रहा है, ऐसे में बनारसीदास चतुर्वेदी जैसे लोग ही समाज का मार्गदर्शक बने रहेंगे।
इस मौके पर पुस्तक के संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि यह पुस्तक उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद करने के लिए लिखी गयी है । बनारसीदास जी एक परिवार के नहीं थे, बल्कि उनका परिवार व्यापक था।
उन्होंने कहा कि बनारसीदास ने सिर्फ साहित्य के जरिये सामाजिक चेतना जगाने का काम नहीं किया, बल्कि हिंदी को समृद्ध बनाने के लिए कई प्रतिभाओं को तराशा भी।
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